पिता पुत्र एवं दम्पति द्वारा देहदान का संकल्प

 


चित्तौडगढ़ । महावीर इंटरनेशनल चित्तौडगढ़ के माध्यम से एक पिता-पुत्र एवं पति-पत्नि (दम्पति) द्वारा देहदान का संकल्प किया गया।
चित्तौडगढ बापूनगर सैती निवासी 94 वर्षीय  लक्ष्मीनारायण सिन्दल (सेवानिवृत मेलनर्स) ने अपने पुत्र  दिलीप कुमार सिन्दल (सेवानिवृत अध्यापक) के साथ मृत्यु पर्यन्त देहदान का संकल्प लिया। इसी तरह बापूनगर सैंती निवासी श्री गंगासिंह शक्तावत (सेवानिवृत अध्यापक) ने अपनी धर्मपत्नि श्रीमती कैलाश चैहान (सेवानिवृत कर्मचारी पोस्टल सर्विस) के साथ मृत्यु पर्यन्त देहदान का संकल्प लिया।
चारों संकल्प पत्र अतिरिक्त जिला कलेक्टर  रतनकुमार को प्रस्तुत किये। ये संकल्प पत्र भीलवाड़ा स्थित राजमाता विजयाराजे सिन्धिया राजकीय मेडिकल काॅलेज को भिजवाये जायेेगंे। इन चारों देहदानियों ने बताया कि मृत्यु के उपरान्त इस शरीर का कोई भी सदुपयोग हो सके तो उससे बढ़ कर कोई भी दान नही हो सकता। श्री लक्ष्मीनारायण सिन्दल ने बताया कि चूंकि उनकी आयु अब 94 वर्ष हैं, और वे अपने जीवन के अन्तिम पडाव पर इस बात के लिए अपने आपको बहुत गौरवान्वित महसुस कर रहे है कि उनके पुत्र ने भी उनके साथ देहदान का संकल्प प्रस्तुत किया। इसी तरह दम्पती ने भी बताया कि कई समय से उनका दिल व दिमाग उन्हें अपनी देह को दान करने के लिए लगातार प्रेरित करता रहा। चित्तौडगढ शहर में पूर्व मे किये गये महावीर इंटरनेशनल के द्वारा कराये गये देहदान संकल्पों से उन्हें भी प्रेरणा मिली। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने चारों देहदान संकल्पकर्ताओं की प्रशंसा की और कहा कि एक पिता-पुत्र और दम्पती के साथ-साथ देहदान का संकल्प करना बहुत ही विरला उदाहरण है। और इसके लिए उनके परिवार को भी पूरा श्रेय दिया जाना चाहिए। जिन्होने अपने माता-पिता के संकल्प को सिरोधार्य किया। उन्होने महावीर इन्टरनेशनल संस्था की भी इस पुनित कार्य में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए भावभूरी प्रशंसा की।
महावीर इन्टरनेशनल चित्तौडगढ के सचिव वीर अभय संजेती ने बताया कि अब तक हमारे केन्द्र के माध्यम से 30 देहदान संकल्प प्रस्तुत किये जा चुके है और दो व्यक्तियों की मरणोपरान्त देह को उदयपुर मेडिकल काॅलेज मे भिजवाया जा चुका है। इस अवसर पर महावीर इन्टरनेशनल के अध्यक्ष राजेन्द्र दोशी , सचिव अभय संजेती, बसन्तीलाल मेहता, नरेन्द्र पोखरना, प्रवीण जैन एवं छीतरमल चण्डालिया भी उपस्थित थे।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिये कटा हुआ हाथ जोड़ा