पति पर भरोसा करने में हो रही है मुश्किल तो रिश्ते को बचाने के लिए उठाएं ये कदम

 


 

किसी भी शादी की नींव भरोसे और विश्वास से ही मज़बूत होती है। यदि इसमें हल्की सी भी कमी आई तो एक दूसरे पर शक़ करना, एक दूसरी की बातों पर यकीन ना करना और आपस के रिश्ते बिगड़ना जैसे हालात सामने आ जाते हैं। इसलिए यह ज़रूरी है कि शादी को सफ़ल बनाये रखने के लिए भरोसे और विश्वास को अच्छा बनाए रखें। ऐसी स्थिति में जब आपके मन में अपने पार्टनर के लिए अविश्वास बढ़ने लगे तब आपको समझदारी से काम लेना चाहिए और आप यहां बताये तरीकों को अपना सकते हैं।

 

अपने पार्टनर को बोलें आपका विश्वास दोबारा जीतने का प्रयास करें

अपने पार्टनर को बोलें आपका विश्वास दोबारा जीतने का प्रयास करें

यदि एक बार आपके पार्टनर ने आपका भरोसा तोड़ा है तो आप आँख बंद करके उनपर दोबारा भरोसा नहीं कर सकते। किसी पर एक बार फिर से अपना भरोसा बनाने के लिए आपको समय लग सकता है। ऐसे में आपको अपने पार्टनर से बात करके उन्हें यह बताना चाहिए कि इस समय वो भी अपनी ओर से मेहनत करें और आपका भरोसा जीतने का प्रयास करें।सामने आई मौनी रॉय की हल्दी और मेहंदी की फोटो, जानें कौन हैं उनके होने वाले पति सूरज नाम्बियार

 

शांत मन से करें अपने पार्टनर से बातचीत

 

शांत मन से करें अपने पार्टनर से बातचीत

यदि आपने अपने पार्टनर के किसी झूठ को पकड़ा है तो उसके बारे में अपने पार्टनर से पूछताच बेहद शांत दिलोदिमाग से ही करें। गुस्से या धोखा महसूस करने वाली बातचीत के दौरान आपसे ऐसी बाते भी हो सकती हैं जो आप दोनों के रिश्ते को और खराब कर देगा।

क्‍या होती है लैवेंडर मैरिज जिस पर बनी है फिल्‍म 'बधाई दो'

 

बातचीत है अहम रास्ता

शादी में आ रही दिक्कतों का सबसे सरल और कारगर उपाय बातचीत का तरीका अपनाना होता है। बातचीत करके आप हर तरह के शक़ और अविश्वास के कारणों को जान सकते हैं और सुलझा सकते हैं।

 

किसी बाहरी की लें मदद

किसी बाहरी की लें मदद

यदि आपके और आपके पार्टनर के बीच बातचीत प्रभावी नहीं हो पा रही है और रिश्ते में अविश्वास बढ़ता जा रहा है तो यह समय है कि आप किसी तीसरे इंसान की सहायता लें। यह व्यक्ति आपका करीबी दोस्त या परिवार का हो सकता है, जिसपर आप दोनों को भरोसा हो और जो आप दोनों को ही जज ना करें। आप किसी प्रोफेशनल की भी सहायता ले सकते

माफ़ करने और फिर से भरोसा करने में होता है अंतर

माफ़ करने और फिर से भरोसा करने में होता है अंतर

अगर आपने अपने पार्टनर को उनकी गलती और झूठ के लिए माफ़ कर दिया है तो इसका मतलब यह नहीं कि आप उनपर दोबारा से आँख मूँद कर विश्वास करने लग जाएं। आपको यह साफ़ कर देना चाहिए कि दोबारा से वही भरोसा कायम होने में वक्त लगेगा और दोनों एक दूसरे को ज़रूरी समय देने को तैयार रहें।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिये कटा हुआ हाथ जोड़ा