अजमेर / बहुचर्चित प्रॉपर्टी व्यवसायी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर हिस्ट्रीशीटर हरि लंगड़ा और उसके 5 साथियों को गिरफ्तार किया है। प्रॉपर्टी व्यवसायी नितेश नैन (28) के पिता प्रेमचंद नैन (66) ने 7 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि हरि लंगड़ा और उसके साथी उनके परिवार को परेशान कर रहे हैं। धमका रहे हैं। उनके बेटे नितेश नैन ने भी अपने भाई से कहा था कि हरि लंगड़ा और उसके साथी उसका पीछा कर रहे हैं। उसकी जान को खतरा है। इसके बाद से नितेश का मोबाइल स्विच ऑफ है। रिपोर्ट के बाद पुलिस ने जांच प्रारंभ की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। पुलिस ने बताया कि नितेश की हत्या कर उसका शव तहखाने में गाड़ दिया गया। प्रेम सबंध से नाराज था पुलिस की मानें तो हिस्ट्रीशीटर हरि लंगड़ा की पत्नी और नितेश के बीच प्रेम सबंध थे। इसी बात से लंगड़ा काफी नाराज था। नितेश उसकी पत्नी को भगा ले गया था। लंगड़ा ने उसके मर्डर की साजिश रची। लंगड़ा ने UP के बदमाशों को 20 लाख की सुपारी दी। एक लाख रुपए तो कैश में दे दिए। पूछताछ में वारदात करना कबूला पुलिस के अनुसार, पिता की ओर से अपहरण व हत्या की आशंका जताने के बाद सबसे पहले बदमाश मनाेज यादव को पुलिस ने दबोचा। उसने पूछताछ में वारदात करना कबूल किया। साथ ही फिरोजाबाद (UP) के मकान में दफनाई गई नितेश की बॉडी के बारे में बताया। वहां से शव बरामद किया गया है। दोस्तों को कहा मर्डर के लिए लाखों का इनाम दूंगा हरि लंगड़ा ने दोस्तों से कहा कि जो भी उसे मारेगा, उसे लाखों रुपए इनाम देगा। अजमेर के घाटी वाले बालाजी मंदिर का पुजारी आदित्य शर्मा उर्फ बिट्टू हरि लंगड़ा का दोस्त है। उसने UP के बदमाशों के साथ उसे मारने की योजना बनाई। जनवरी में हरि, आदित्य, मनोज व गौतम ने हत्या की साजिश रची। मनोज ने इटावा (UP), इसरार निवासी कल्लू से बात की। इसके लिए 15 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। उधर, नितेश भी आए दिन हो रही घटनाओं के चलते अवैध हथियार के लिए मनोज के संपर्क में था। मनोज यादव, हरि लंगडा से नितेश की हत्या की सुपारी ले चुका था। मनोज यादव ने सुपारी लेकर हत्या करने वाले अपने साथी कल्लू को इटावा से जयपुर बुला लिया। कल्लू व उसका साथी आमिर, मनोज यादव के बुलाने पर जयपुर आए। नितेश नैन को अवैध हथियार दिलाने की बातों में लेकर फिरोजाबाद में अपने मकान पर ले गए। सरिए से वार किया एक फरवरी की रात को कल्लू ने 2 साथियों (आमिर व इमरान) के साथ मिलकर फिरोजाबाद में अपने मकान पर पहले नितेश नैन के साथ खाना खाया। खाने के करीब आधे घंटे के बाद नितेश नैन को उल्टी हुई। इमरान ने नितेश नैन के सिर में पीछे से सरिए से वार किया। मौके पर ही उसने दम तोड़ दिया। सुबह होने पर उन्होंने मकान के तहखाने में ही गड्ढा खोदकर नितेश की लाश को ठिकाने लगा दिया। हत्या के बाद 2 फरवरी को मनोज यादव ने हरि लंगडे से 10 लाख रुपए लेकर कल्लू को दे दिए। बाकी बाद में देने का वादा किया। रुपए देने के बहाने बुलाया पुलिस ने मामला दर्ज होने के बाद हरि लंगडा, मनोज यादव व गौतम सिंह की तलाश कर पकड़ा। पूछताछ की। इसके बाद वारदात का खुलासा हुआ। मनोज यादव के मार्फत कल्लू को शेष रुपए देने के बहाने उसे अजमेर बुलाया। कल्लू व इमरान, मनोज यादव से पैसे लेने के लिए अजमेर आए। मनोज यादव से डमी नोट प्राप्त करते हुए कल्लू व इमरान को गिरफ्तार किया गया। बाद में इनकी निशानदेही पर कल्लू के मकान के तहखाने से नितेश नैन की लाश को बरामद किया गया। अजमेर निवासी आदित्य उर्फ बिट्टू और इटावा निवासी आमिर की तलाश जारी है। |
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