अमेरिका बोला- रचनात्मक थी मोदी बाइडन की बातचीत, रूस से तेल आयात कर किसी प्रतिबंध का उल्लंघन नहीं कर रहा भारत
वाशिंगटन,। भारत द्वारा रूस से कम कीमत पर कच्चे तेल के आयात के मुद्दे पर सोमवार को अमेरिका के स्वर में एक बड़ा बदलाव नजर आया। संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमवार कहा कि रूस से ऊर्जा आयात पर प्रतिबंध नहीं है और भारत किसी भी लिहाज से अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं कर रहा है। अमेरिका का यह बयान प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन वर्चुअल बैठक के बाद आया। इस बैठक में दोनों नेताओं ने कई वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए। इस बैठक में हुई चर्चा के बारे में बताते हुए व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच हुई वार्ता बेहद रचनात्मक थी। हर देश भारत के हित में कदम उठा रहा यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भारत को रूस से कच्चे तेल के आयात को सीमित करने के लिए दबाव डाला। जेन साकी ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत बेहद सकारात्मक रही। मैं इसे प्रतिकूल नहीं देखती हूं। अमेरिका के लिए भारत के साथ संबंध अत्यंत महत्वपूर्ण है। ऊर्जा आयात पर प्रतिबंध नहीं है और भारत अमेरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन नहीं करता है। हम निश्चित रूप से मानते हैं कि हर देश भारत के हित में कदम उठाने जा रहा है। अमेरिका से ज्यादा तेल आयात करता है भारत जेन साकी ने कहा कि अमेरिका से भारत का तेल आयात पहले से ही महत्वपूर्ण ऊंचाई पर है और यह रूस से मिलने वाले आयात की तुलना में बहुत बड़ा है। भारत महज एक से दो फीसद ईंधन रूस से आयात करता है। इसकी तुलना में भारत का अमेरिका से ईंधन आयात लगभग 10 फीसद है। हालांकि जेन साकी ने यह भी बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने पीएम मोदी को यह भी बात साझा की कि रूस से कच्चे तेल के आयात में बढ़ोतरी भारत के हित में नहीं है। अमेरिका भारत को अपने ऊर्जा आयात में और विविधता लाने में मदद करने के लिए तैयार है। |
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