सिंगल यूज प्लास्टिक निर्माता कम्पनियों को तत्काल बंद करने की मांग
भीलवाड़ा । सिंगल यूज प्लास्टिक निर्माता कम्पनियों को तत्काल बंद करने की मांग को लेकर पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र ई-मेल से भेजा है। जाजू ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा 1 जुलाई से देश में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेट रूल्स 2016 के तहत सिंगल यूज प्लास्टिक डिस्पोजेबल कटोरी, चम्मच, गिलास, बॉटल, थर्माकोल आदि पर कड़ाई से रोक लगाने हेतु अधिसूचना जारी की हैं, परंतु अब तक सरकार द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी सामग्री के निर्माण पर रोक लगाने की दिशा में कोई कठोर कदम नहीं उठाने से कम्पनियां अभी तक भी इसका निर्माण कर रही है। जाजू ने कहा कि पर्यावरण के दुश्मन सिंगल यूज प्लास्टिक के निर्माण, क्रय-विक्रय एवं उपयोग को कड़ाई से रोकते हुए इसके विकल्पांे से जुड़े उद्योगों को प्रोत्साहित करने की ओर भी सरकार को कदम उठाने चाहिए। जाजू ने बताया कि 1 अगस्त, 2010 से राजस्थान प्रदेश मंे सरकार द्वारा प्लास्टिक कैरीबैग पर अध्यादेश जारी कर बैन लगाया गया था, और इसमंे सजा एवं जुर्माने का प्रावधान भी किया था परंतु 12 वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार की लापरवाही के चलते प्लास्टिक कैरी बैग का क्रय-विक्रय एवं उपयोग बेखौफ जारी है। जाजू ने आमजन से स्वयं के हित में पर्यावरण की दुश्मन सिंगल यूज पॉलिथिन का उपयोग नहीं करने की अपील की। उल्लेखनीय है कि राजस्थान में एक वर्ष में प्रदेश के तैंतीस जिलो मंे लगभग दो लाख विवाह समरोह सम्पन्न होते हैं। जिसमें लगभग 325 करोड़ डिस्पोजेबल प्लास्टिक के गिलास, 95 करोड़ कटोरियां व 70 करोड़ चम्मच काम में लिए जाते हैं वहीं बड़ी मात्रा में थर्माकोल का भी उपयोग होता है। प्लास्टिक जमीन में जाने के बाद लगभग सैकड़ों वर्षों तक नहीं गलता है और वर्षा के जल को जमीन में जाने से रोकता है और इसे जलाने पर कई तरह की विषैली गैसें उत्सर्जित करता है जो मानव के लिए घातक होती है। |
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