कुम्हार प्रजापति समाज ने दिया ज्ञापन

जहाजपुर दिनेश पत्रिया
प्रजापति समाज, कुम्हार महासभा जहाजपुर पंडेर, श्री यादें विकास समिति धोड़ आदि संगठनों ने राजस्व मंत्री के नाम उपखण्ड कार्यालय पर ज्ञापन सौंपा, जिसमे निर्मल कुमावत फुलेरा विधायक द्वारा प्रजापति/ कुम्हार /कुमावत को केवल कुमावत करने के लिए विधानसभा में मुद्दा उठाया जिसे राजस्थान सरकार द्वारा आदेश भी जारी कर दिया गया 
उसे निरस्त करवाने के लिए एवम माटी कला बोर्ड का चेयरमैन कुमावत समाज से बनाने पर रोष जता उपखण्ड कार्यालय पर sdm को ज्ञापन दिया
जिसमे कुम्हार महासभा जहाजपुर तहसील अध्यक्ष कुलदीप प्रजापत (रोशन) पंडेर, राजाराम प्रजापत टिटोड़ा,राष्ट्रीय कुम्हार महासभा जिला अध्यक्ष देवराज कुम्हार लुहारी कला, टोक जिलाध्यक्ष धनराज प्रजापत देवली, भेरू लाल प्रजापत जामोली प्रजापत ,युवा मंडल अध्यक्ष बंटी प्रजापत धोड, दिनेश प्रजापत जहाजपुर, जिला उपाध्यक्ष दीपक प्रजापत पंडेर , किशोर प्रजापत, ओमप्रकाश प्रजापत पंडेर,भगवान प्रजापत, द्वारका प्रजापत गंधेर, विशाल प्रजापत बिहाडा, बन्ना लाल प्रजापत भीलड़ी आदि समाज 150 गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए। जमाबंदी में  कुम्हार प्रजापत शब्द पर प्रदेश भर में प्रजापत समाज में भारी रोष 
 अभी हाल में ही फुलेरा से भाजपा विधायक निर्मल कुमावत द्वारा जमाबंदी में कुम्हार प्रजापत शब्द को हटाकर सिर्फ कुमावत समाज रखने की मांग की गई थी और सरकार ने इस मामले को मानते हुए कुम्हार प्रजापत की जगह  कुमावत करने के आदेश जारी भी कर दिया है , मिट्टी के बर्तन के सिक्के मोहनजोदड़ो हड़प्पा संस्कृति में मिले जिससे यह सिद्ध होता कि कुम्हार जाति सनातन धर्म से ज्ञानी आदिकाल से 1901 1911 व 1931 जयपुर स्टेट की जनगणना में कुम्हार शब्द प्रचलित है लेकिन अभी राजस्थान सरकार के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत की मांग को मानते हुए जमाबंदी में कुम्हार प्रजापत से  कुमावत करने के आदेश राजस्थान के समस्त जिला कलेक्टर को जारी किए राजस्थान सरकार द्वारा कुम्हार की जाति का वजूद खत्म करने के साथ इस तरह रवेये से  समस्त कुम्हार समाज में भारी रोष व्याप्त है प्रजापति समाज इस आदेश के पुरजोर विरोध कर  अपनी जाति को बचाने के लिए सड़कों पर उतर कर संघर्ष करेगा

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

मुंडन संस्कार से पहले आई मौत- बेकाबू बोलेरो की टक्कर से पिता-पुत्र की मौत, पत्नी घायल, भादू में शोक

जहाजपुर थाना प्रभारी के पिता ने 2 लाख रुपये लेकर कहा, आप निश्चित होकर ट्रैक्टर चलाओ, मेरा बेटा आपको परेशान नहीं करेगा, शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज