| भीलवाडा। स्थानीय रसधारा सांस्कृतिक संस्थान एवं आर.सी.एम. समूह के सहयोग से 4 दिवसीय मंजू जोशी स्मृति नाट्य समारोह का आयोजन 2 से 5 जनवरी 2022 तक किया गया। इस वर्ष इस आयोजन में केवल महिला रंग नेत्रीयों की एकल प्रस्तुतियां हुई। जानकारी देते हुये संस्थान के सहसचिव रवि ओझा ने बताया कि 4 दिवसीय आयोजन के तहत 2 जनवरी को समारोह का उद्घाटन डॉ. अर्जुन देव चारण उपाध्यक्ष राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली, भानु भारती प्रसिद्ध रंगकर्मी, संस्थान के अध्यक्ष टी.सी. छाबड़ा, संरक्षक लक्ष्मीनारायण डाड के करकमलों से हुआ। दोपहर बाद वार्ता विमर्श एवं सांयकालीन प्रस्तुतियों में किरण राठौड़ द्वारा निर्देशित नाटक ’’हतक’’ एवं निर्देशन राजेन्द्र पायल, दूसरा नाटक निधि माथुर द्वारा ’’जीवन के रंग’’ निर्देशन सुनील का मंचन हुआ। इसी तरह दूसरे दिन 3 जनवरी को कशिश भाटिया द्वारा नाटक ’’जलीया वाला’’ निदेशन राजेन्द्र पायल, अदिति जैन द्वारा नाटक ’’निक्की बक्शी’’ मोनालिसा दास द्वारा नाटक ’’भौरेर आशय’’, रूचि भागर्व द्वारा ’’एक टूकड़ा धूप का’’ का आयोजन किया गया। 4 जनवरी 2022 को सिनिग्धा योबी द्वारा नाटक ’’बेवकूफ लड़की’’, आभा महावर द्वारा नाटक ’’शिकार’’ निदेशक अनुराग सिंह, नीतू परिहार द्वारा नाटक ’’दी कम्पलीट वूमेन’’ निदेशक एस.पी. रंगा, शिल्पी माथुर द्वारा नाटक ’’सरू के सपने’’ का मंचन किया गया। इसी तरह अंतिम दिन 5 जनवरी को भव्या पारीक द्वारा नाटक ’’जैसी आपकी मर्जी’’ निदेशक अशोक जोशी, स्वाति व्यास द्वारा नाटक ’’एलबम’’ निदेशक अरूण व्यास, साथ ही 4 बजे नाट्य समारोह का समापन एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें हर वर्ष की भांति प्रदान किये जाने वाले स्व. मंजू जोशी नाट्य सम्मान 2020 जोधपुरी की अनुराधा आडवानी एवं 2021 का नाट्य सम्मान जयपुर की सुश्री किरण राठौड़ को रंगकर्म के क्षैत्र में किये गये उल्लेखनीय कार्य हेतु प्रदान किया गया। इस नाट्य समारोह की विशेषता यह रही कि स्त्री संवेदना को केन्द्र में रखकर हुये इस समारोह में चारों दिन 12 नाटकों के अतिरिक्त रोजाना 2 सत्र विषय विमर्श के थे, जिन्हें रंगकर्म की बेहतरी के साथ ही स्त्री की भाव भूमि पर विषद एवं परिणाम परख पर चर्चा हुई थी। यह अपनी तरह का पहला आयोजन था जिसमें 12 एकल महिला नाट्य, महिला नेत्रीयों द्वारा प्रस्तुत किये गये। इस 4 दिवसीय आयोजन में बीकानेर, जोधपुर, जयपुर, कोटा, अलवर, कोलकाता, अजय के 60 से अधिक रंगकर्मियों ने भाग लिया, साथ ही बाहर से आये रंगकर्मियों के ’’मोनोलॉग’’ में श्री भवानी सिंह, डॉ. सुनील माथुर, शैलेन्द्र शर्मा, संदीप लेले, अनुराग सिंह, राजेन्द्र सिंह द्वारा मोनोलॉग प्रस्तुत किये गये। इस पूरे नाट्य समारोह में स्थानीय रवि ओझा, हितेश, अनुराग, कुलदीप, कैलाश पालिया, दीपिका पाराशर, दीपक पारीक, दिनेश सोनी, दुष्यन्त, महावीर, रेखा, आभा, निष्काम, दिनेश, रणजीत, नेहा, लक्ष्मी, अशोक एवं नाजीर का सहयोग रहा। अन्त में संस्थान के संस्थापक गोपाल आचार्य द्वारा सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। | |
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