शीतलहर रुक-रुक टपका-टपकी
पौष में मावठ ने शहर सहित जिले के विभिन्न इलाकों को भिगोया। कोहरे और बादलों ने आसमान को जकड़े रखा। सूरज के दर्शन भी नहीं हुए। समूचा जिला शीतलहर की चपेट में रहा। रुक-रुक टपका-टपकी दौर चला। इसस जनजीवन पर भी असर नजर आया। |
पौष में मावठ ने शहर सहित जिले के विभिन्न इलाकों को भिगोया। कोहरे और बादलों ने आसमान को जकड़े रखा। सूरज के दर्शन भी नहीं हुए। समूचा जिला शीतलहर की चपेट में रहा। रुक-रुक टपका-टपकी दौर चला। इसस जनजीवन पर भी असर नजर आया। |
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