विद्यालय में भामाशाहों द्वारा खेल सामग्री भेट
शाहपुरा/फूलियाकलां ! तमसो मा ज्योतिर्गमय’ अंधकार में से प्रकाश की ओर प्रयाण करने की वैदिक ऋषियों की प्रार्थना इस दिन के संकल्पित प्रयत्नों की परंपरा से साकार होना संभव है। कर्मयोगी सूर्य अपने क्षणिक प्रमाद को झटककर अंधकार पर आक्रमण करने का इस दिन दृढ़ संकल्प करता है। इसी दिन से अंधकार धीरे-धीरे घटता जाता है। मकर संक्रांति के दिन से हमें कोई भी एक संकल्प पूरे साल के लिए अपनाकर उसे पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। मकर संक्रांति उत्साह से भरने वाला वैदिक उत्सव है। प्रकृति के कारक के तौर पर इस पर्व में सूर्य देव को पूजा जाता है, जिन्हें शास्त्रों में भौतिक एवं अभौतिक तत्वों की आत्मा कहा गया है यह बात राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय डाबला में आयोजित मकर संक्रांति के पर्व पर भामाशाहों द्वारा बालिकाओं के लिए भेंट की गई खेल सामग्री के उपलक्ष में आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी प्रेम सिंह राठौड़ ने कही।कार्यक्रम में स्थानीय विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सुनीता मीणा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा है कि हमारे देश में लोक कल्याण के लिए भामाशाहों की कोई कमी नहीं है । स्थानीय विद्यालय की बालिकाओं द्वारा जिला स्तर पर और कृष्णा कुमारी जांगिड़ द्वारा राज्य स्तर पर हॉकी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने पर भामाशाहों ने मोमेंटो, श्रीफल और माला पहनाकर स्वागत किया। हॉकी को जिले में सर्वश्रेष्ठ स्थान मिले इस हेतु भामाशाहों के द्वारा हॉकी की स्टिकों का वितरण भी किया गया.कार्यक्रम में भामाशाह लालचंद खैराड़ा, महावीर सोनी, घेवर चंद सोनी, छगन जोशी, महिपाल सिंह राठौड़, प्रहलाद कुमावत, मुकुल सिंह राठौड़ ने बालिकाओं को प्रोत्साहन हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान करने की भी बात कही । कार्यक्रम में विद्यालय के अध्यापक विष्णु कुमार शर्मा, अरविंद कुमार ढोली, राधेश्याम कुम्हार, शारीरिक शिक्षक सिद्धांत घूसर, पुनीत शर्मा उपस्थित थे।आभार शारीरिक शिक्षक सिद्धांत घूसर ने किया । |
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