जल्दी वज़न घटाना है तो इन 4 तरीकों से करें सौंफ का सेवन

 



लाइफस्टाइल डेस्क। सौंफ सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। इसके सेवन से पाचन, मेटाबॉलिज़म, बाल और त्वचा की सेहत में सुधार आता है। क्योंकि इसमें मूत्रवर्धक गुण होते हैं, इसलिए सौंफ के बीज शरीर से विषाक्त पदार्थों को ख़त्म करने में मदद करते हैं। सौंफ एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है, जो मुक्त कणों से लड़ते है। साथ ही यह शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव को भी कम करते हैं, जो मधुमेह और मोटापे जैसी स्थिति पैदा कर सकता है। इसके अलावा सौंफ वज़न घटाने में भी मददगार साबित होती है। रोज़ाना अगर इसका सेवन किया जाए तो यह सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकती है।

इन 4 तरीकों से करें सौंफ का सेवन

सौंफ का पाउडर

एक मुट्ठी सौंफ लें और उसे अच्छी तरह से पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को आप किसी भी चीज़ में मिला सकते हैं, जिससे स्वाद बढ़ेगा। सौंफ के पाउडर का उपयोग 'चूरन' बनाने के लिए भी किया जा सकता है जिसमें मेथी के बीज, काला नमक, हींग और मिश्री जैसी सामग्री को स्वाद और बेहतर पाचन गुणों के लिए जोड़ा जा सकता है।

पानी

पानी के साथ सौंफ का सेवन आमतौर पर पेट में ऐंठन को कम करने और पाचन में सुधार करने के लिए किया जाता है। एक मुट्ठी सौंफ लें और उसे पानी से भरे गिलास में भिगो दें। इसे रात भर भिगोकर रहने दें और सुबह पी लें। यह शरीर में विटामिन और खनिजों के अवशोषण को बढ़ाता है और इस तरह वज़न कम करने में मदद करता है। सौंफ के पानी का एक गिलास सुबह और एक शाम को पीने से आपका वज़न तेज़ी से घटेगा।

चाय

सौंफ की चाय बनाना आसान है और इसमें ज़्यादा वक्त भी नहीं लगता, साथ ही इसे रोज़ पिया भी जा सकता है। चाय को उबालते वक्त एक चम्मच सौंफ डाल लें। इसमें आधा चम्मच गुड़ भी मिला सकते हैं।

भुनी हुई सौंफ

एक चम्मच सौंफ लें और उसे हल्की आंच पर भून लें। इस तरह की सौंफ में भीनी-भीनी खूशबू आती है, जो आपको पसंद आएगी। इसमें आप स्वाद के लिए मिश्री भी मिलाकर खा सकती हैं और इसे खाने के बाद खाएं जिससे पाचन बेहतर होगा। इसे खाने से आपकी कुछ मीठा खाने की चाह भी ख़त्म होगी। आप भुनी हुई सौंफ का पाउडर बनाकर भी इसका रोज़ सेवन कर सकते हैं।

Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना