बजट: एक पेज पढ़ना ही भूल गए अशोक गहलोत, अगले दिन विधानसभा में कीं घोषणाएं

 


 

जयपुर । बुधवार को विधानसभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल बजट भाषण पेश किया, इस दौरान उन्होंने एक बड़ी गलती कर दी। दरअसल, वह बजट भाषण का पेज नंबर 10 पढ़ना ही भूल गए। ऐसे में जब गुरुवार को विधानसभा का प्रश्नकाल खत्म हुआ तो मुख्यमंत्री ने कल छूटी हुई बजट घोषणाएं सदन में पढ़ी, ये घोषणाएं स्वास्थ्य के क्षेत्र से जुड़ी हुई थी। शायद यह पहला मौका होगा जब किसी मुख्यमंत्री के द्वारा बजट भाषण के दौरान ऐसी गलती हुई है। 

आपको बता दें कि, कल बजट सत्र के दौरान सी.एम. गहलोत ने ऐसी बड़ी गलती कर दी, जिसको उन्होंने आज विधानसभा के प्रश्नकाल के बाद स्पीकर से अनुमति लेकर सुधारा। जानकारी के अनुसार, प्रदेश का बजट कुल  109 पेज का था, ऐसे में मुख्यमंत्री कल बजट भाषण के पेज नंबर 10 पर चिकित्सा महकमे से जुड़ी घोषणाओं से जुड़ा पेज पढ़ना भूल गए और गलती से सीधे पेज 11 पर चले गए। मुख्यमंत्री से हुई इस चूक पर सदन में विधायकों के बीच खूब चर्चा है।

ये थी घोषणाएं जो सदन में पढ़ना भूल गए थे सीएम
1. राज्य में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत लगभग 11 हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व उप-स्वास्थ्य केन्द्रों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए 11 हजार से ज्यादा कम्युनिटी हेल्थ ऑफिर्सस की भर्ती की जा रही है।

 

2. प्रदेश में 10 नए ट्रॉमा सेंटर खोले जाएंगे। जिनमें ( कोलायत-बीकानेर, हलैना भरतपुर, राजाखेड़ा-धौलपुर, उदयपुरवाटी-झुंझुनूं, कुचामन सिटी, लाडनूं-नागौर) भी शामिल हैं।

3. स्वास्थ्य सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए प्रदेश में 40 नए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और 25 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र विकसित किये जाएंगे। जिनके भवन निर्माण के लिए बजट में करीब 206 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं।

4. बजट के अनुसार, कोटा में 150 बेड क्षमता का नया जिला अस्पताल बनाया जाएगा, जोधपुर में मण्डोर अस्पताल को जिला अस्पताल में क्रमोन्नत किया जाएगा।

5. सी.एम. गहलोत ने बजट सत्र के दौरान बताया कि, राज्य के विभिन्न चिकित्सालयों में कुल 1 हजार बेड्स की वृद्धि की जाएगी।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना