बुधवार के दिन पूजा करते समय करें गणेश गायत्री मंत्र का पाठ
आज बुधवार के है और आज के दिन गणेश जी की पूजा की जाती है। आज के दिन पूजा करते समय श्रीगणेश के विशेष मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए। यह बेहद ही फलदायी माना गया है। मान्यता है कि अगर पूजा के दौरान गणेश गायत्री मंत्र का जाप शांत मन से 11 दिन तक 108 बार किया जाए तो भक्त को गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा भी कहा जाता है कि अगर गणेश गायत्री मंत्र का जाप किया जाए तो व्यक्ति का भाग्य चमक जाता है। इशसे सभी कार्य अनुकूल सिद्ध होते हैं। गणेश गायत्री मंत्र का जाप बुधवार को या फिर प्रतिदिन करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी हो जाती है। तो आइए पढ़ते हैं गणेश गायत्री मंत्र। गणेश गायत्री मंत्र: एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।। महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।। गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।। इस तरह करें गणेश गायत्री मंत्र का जाप: इस मंत्र का जाप अगर आप करना चाहते हैं तो आपको सुबह सूर्योदय से पहले उठना होगा। फिर स्नान करें। घर के मंदिर में गणेश जी को सिंदूर, दूर्वा, गंध, अक्षत, अबीर, गुलाल, सुंगधित फूल, जनेऊ, सुपारी, पान, मौसमी फल व भोग में लड्डू अर्पित करें। इस दिन आप पीले वस्त्र धारण करें। पूजा के बाद पीले आसन पर बैठ जाएं और श्री गणेश मंत्र का जाप करें। अगर इस तरह तरह से गणेश जी की पूजा की जाए तो व्यक्ति के सभी विघ्न और संकट खत्म हो जाते हैं। साथ ही भक्तों की हर इच्छा भी पूरी हो जाती है। डिसक्लेमर 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'
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