लवकुश सेवा संस्थान ट्रस्ट ने मनाया बसंतोत्सव

 


भीलवाड़ा (हलचल)। भीलवाड़ा की अग्रणी स्वयंसेवी संस्था लवकुश सेवा संस्थान ट्रस्ट के सदस्यों ने बसंत पंचमी व माँ सरस्वती की जयंती की पूर्व संध्या पर शहर के समीप कोटड़ी-दरीबा में स्थित श्री लालजी महाराज सदगुरू आश्रम के सुरम्य वातावरण में सपरिवार विशेष संगोष्ठी व गोठ का भव्य कार्यक्रम रखा। सभी ने सक्रिय होकर इस बसंतोत्सव पंचमी को बड़े ही उत्साहपूर्वक मनाया।

संस्थान के मीडिया प्रभारी पवन गर्ग ने बताया कि कार्यक्रम में सर्वप्रथम संस्थापिका निरंजना सोनी ने संस्थान की गतिविधियों, बसंत पंचमी एवं विश्व महिला स्वास्थ्य दिवस के महत्त्व पर प्रकाश डाला। इस बीच उन्होंने सबके साथ पुलवामा घटना की दूसरी बरसी पर शहीदों की स्मृति में दीप प्रज्वलित कर दो मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। भारत-कोकिला सरोजिनी नायडू  की जयंती पर भी चर्चा की गई।

संत लालजी महाराज ने आशीर्वचनों में कहा कि 84 लाख योनियों में भटकने के पश्चात हमें सौभाग्य से मनुष्य जन्म मिला है तो इसे प्राणिमात्र व हमें अनंत सम्पदा देने वाली धरतीमाता की सेवा व कल्याण में लगाकर सार्थक करना चाहिए। उन्होँने गौमाता व पंचगव्य के महत्त्व एवं लाभ भी बताए।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष व सांस्कृतिक प्रभारी डॉ एसके लोहानी ख़ालिस ने गज़ल "एक तुम्हीं हो इन आँखों से बोलती हो,एक तुम्हीं हो जो मन भावों में डोलती हो", राष्ट्रगीत वन्देमातरम्,नमोकार मंत्र एवं चुटकुले सुनाकर सबको गुदगुदाया और फिर मजेदार ढंग से अंताक्षरी भी कराई जिसमें राहुल ने सहयोग किया। जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश सोनी व चिकत्सा प्रभारी नरेन्द्र वर्मा ने गीत-कविताएं प्रस्तुत कीं। प्रदेश संगठन मंत्री गिरिराज गर्ग, जिला महिला प्रकोष्ठ प्रभारी प्रभा सिसोदिया,ख्याति सोनी,आँचल सोनी,कविता लोहानी ने भी अपने विचार रखे।

इस अवसर पर यशोदा सोनी, हार्दिक सोनी,दिव्या ओबेराय,उषा गुरनानी,रेहाना परवीन,ऋतु गर्ग सहित अनेक सदस्य एवं उनके परिजन ने अपनी सक्रिय उपस्थिति से कार्यक्रम को सफल बनाया। अंत में सभी ने आश्रम की ओर से बनाई गई दाल-बाटी-चूरमा की प्रसादी ग्रहण की।

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