मन में देश सेवा का जज्बा और जुनून है तो भारतीय सेना में जरुर जाना चाहिए
भीलवाड़ा हलचल। अगर आपके मन में देश सेवा का जज्बा और जुनून है तो उन्हें भारतीय सेना में जरुर जाना चाहिए। यह विचार 17 साल तक सेना में सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त होकर भीलवाड़ा अपने घर लौटे नरेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहे। उन्होंने कहा कि युवाओं को अधिकाधिक संख्या में सेना में भर्ती होना चाहिए। राठौड़ ने बताया कि उन्हें सेना में भर्ती होने की प्रेरणा अपने दादाजी से मिली जो कि सेना में मेजर थे। उन्होंने बताया कि 14 साल की उम्र में सेना में जाने का मन हुआ और इसी के साथ कड़ी मेहनत के दम पर 17 साल 4 महीने की उम्र में सेना में भर्ती हुआ और मुझे रेजीमेन्ट राजपूताना राइफल्स में काम करने का मौका मिला। साथ ही मुझे 14 राजपूताना राइफल्स में भी शामिल किया गया जो कि सेना की सबसे मजबूत रेजीमेन्ट में गिनी जाती है। राठौड़ ने बताया कि इस रेजीमेन्ट में शामिल होने के बाद दिल्ली में मेरी तैनाती की गई जिसके बाद कारगिल में वो एक वर्ष तक तैनात रहे। बाद में जम्मू कश्मीर, बंगाल, चण्डीगढ़, गुलमर्ग और सेवा का आखिरी कार्यकाल अरुणाचल प्रदेश में चीन से लगती हुई सीमा पर किया। सेवा के दौरान उन्होंने कई ऐसे कठिन दौर देखे जो किसी भी आम नागरिक को देखने को नहीं मिलते है। राठौड़ ने बताया कि 17 वर्ष की देश सेवा करने के बाद आज वो सेवानिवृत्त होकर घर लौटे है। उन्होंने बताया कि उनके 4 अंकल तथा छोटा भाई भी सेना में तैनात है। राठौड़ का आज भीलवाड़ा पहुंचने पर शहरवासियों ने जोरदार स्वागत किया। |
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