जीवन में पीड़ा भी परमात्मा से मिलाती है: संत धर्मानंद
भीलवाड़ा (हलचल) । संतो की शिक्षा स्थली विद्या लोक न्यास के संस्थापक संत धर्मानंद ने कहा की मनुष्य के जीवन में प्रारब्ध अनुसार प्रतिकूलता आती है। इस दौरान वह बहुत ज्यादा पीड़ित होता है। इस दुख की अवधि में उसे परमात्मा याद आते हैं और वह उनकी शरणागति को आतुर हो जाता है। ऐसे समय में कई प्रार्थना परमात्मा प्राप्ति का कारण बनती है। सन्त बुधवार को हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में चल रही विशेष प्रवचन माला के तहत श्रद्धालु समुदाय को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा की जीवन में जब भी हमे पीड़ा हो या अत्यंत दुख हो हमे सद संगति से परमात्मा को प्राप्त करना चाहिए। सत्संगति से हमें हमारी समस्याओं का समाधान मिलता है। अनैतिकता को अपनाने से हमारा जीवन नारकीय बन जाता है। श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट के प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया की रामधाम में प्रतिदिन सुबह 10 से 11 बजे तक विशेष प्रवचन माला चल रही है। बुधवार को संत ने शिव अभिषेक का महत्व भी बताया। |
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