अलीगढ़ में जहरीला गेहूं खाने से तीन गोवंश मरे
अलीगढ़, । जनपद की तहसील खैर में स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते गोवंश तड़फ कर दम तोड़ रहे हैं। गोवंशों की देखरेख के लिए जिम्मेदार अधिकारी भी अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ा रहे हैे। शुक्रवार को मंड़ी प्रशासन ने भी लापरवाही की इंतहा करते हुए 77 कट्टा जहरीले गेहूूं ट्रैक्टर ट्राॅली में लदवाकर ट्राॅली खुले में खड़ी करा दी। जहरीले गेहूूं को बंदर भी खा रहे है। जिससे किसी बड़ी घटना की संभावना से इंकार नही किया जा सकता है। यह है मामला बता दें कि गुरूवार को किसान द्वारा कीटनाशक लगा गेहूूं मंड़ी में एक आढती के यहां बेचा गया था। गेहूूं में कीटनाशक लगा होने के बाद भी आढ़ती ने गेहूूं छनवाकर बोरियों में भरवा दिया तथा छंटन को गोवंशों के लिए खुले में फेंक दिया। जिससे दस गोवंशों ने तड़फ कर दम तोड़ दिया था तथा अनेकों गोवंशों का पशु डॉक्टरों की टीम डॉ मनोज शर्मा के नेतृत्व में उपचार कर रही थी। गुरूवार की देर रात्रि तीन गोवंशों की तड़फ कर मौत हो गई। मंडी प्रशासन ने जहरीले गेहूूं के कट्टों को ट्रेक्टर ट्राॅली में भरवाकर गिर्राज ट्रेड़िंग कम्पनी के सामने खड़ा करा दिया। शुक्रवार को अनेक बंदर जहरीले गेहूूं को खा रहे थे। जहरीले गेंहू की जांच होगी व्यापारियों का आरोप है कि अभी मंड़ी प्रशासन को किसी अन्य हादसे का इंतजार है। जहरीला गेहूूं खाने से बंदरों की मौत हो सकती है। मंड़ी सचिव सत्यवीर सिंह ने गोवंशों की मौत के मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 429 के तहत रिर्पोट दर्ज करायी है। एसडीएम/मंडी सभापति अंजनी कुमार सिंह ने बताया तहसील से लेखपाल कानूनगो की टीम मौके पर भेजकर जहरीले गेहूूं को कमरे में रखवाकर सील करा दिया है। गोवंशों की मौत के लिए लापरवाही करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाही होगी और जहरीले गेंहू की जांच करायी जाएगी असिस्टेंट इंस्पेक्टर प्रवीन कुमार ने बताया कि मंडी सचिव की तहरीर पर रिर्पोट दर्ज कर ली गई है। पुलिस जांच में जुटी है।
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