कृषि विज्ञान केन्द्र अरणिया घोड़ा के प्रयास से बढ़ेगा सरसों उत्पादन - डाॅ. यादव

 


भीलवाड़ा हलचल। कृषि विज्ञान केन्द्र अरणिया घोड़ा शाहपुरा, भीलवाड़ा द्वारा चयनित गाँव सांखलिया, श्रीनगर, अमरपुरा, नवरतनपुरा एवं बोरानी में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन-तिलहन योजनान्तर्गत 147 हैक्टेयर क्षेत्र में 368 प्रदर्शन किसानों को उन्नत किस्म गिरीराज सरसों का बीज उपलब्ध करवाया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डाॅ. सी. एम. यादव ने सांखलिया के प्रक्षेत्र दिवस में किसानों को सम्बोधित करते हुए बताया कि क्षेत्र के किसानों की आमदनी इस वर्ष सरसों उत्पादन से बढ़ेगी क्योंकि परम्परागत सरसों के बीज द्वारा 16-18 क्विंटल प्रति हैक्टेयर उपज मिलती थी जबकि केन्द्र के सहयोग से गिरीराज सरसों के बीज से 22-24 क्विंटल उपज प्रति हैक्टेयर मिलेगी जिससे प्रति किसान प्रति हैक्टेयर 5 से 6 क्विंटल अतिरिक्त सरसों की पैदावार मिलेगी। इस प्रकार कुल 147 हैक्टेयर से 735 क्विंटल सरसों की अतिरिक्त उपज होगी। इस प्रकार केन्द्र द्वारा चयनित गाँवों के किसानों  को लगभग 33 लाख रूपये की अतिरिक्त आमदनी होगी। 
केन्द्र के शस्य वैज्ञानिक डाॅ. के. सी. नागर ने बताया कि आमदनी बढ़ने का मुख्य कारण उन्नत किस्म (गिरीराज) का बीज, बीजोपचार हेतु ट्राईकोडर्मा, एजोटोबैक्टर, पी.एस.बी. कल्चर, थाईमिथोक्साम, खरपतवारनाशी, तेल की मात्रा एवं गुणवत्ता के लिए बेन्टोनाईट सल्फर, एफिड नियन्त्रण हेतु इमिडाक्लोरप्रिड किसानों को समय पर उपलब्ध करवाने से केन्द्र का सपना साकार होगा। डाॅ. नागर ने सांखलिया प्रक्षेत्र दिवस में खरपतवारमुक्त सरसों उत्पादन करने की अपील करते हुए एफिड नियन्त्रण की तकनीकी जानकारी दी। 
फार्म मैनेजर गोपाल लाल टेपन ने बताया कि चयनित गाँवों में सरसों उत्पादन से किसानों में काफी रूझान आया है जिसका मुख्य कारण केन्द्र द्वारा किसानों को समय पर नवीनतम तकनीकी उपलब्ध करवाना है। 
जनप्रतिनिधि श्री दयाशंकर गुर्जर ने बताया कि सरसों के प्रदर्शन से गाँव के किसान बेहद उत्साहित है। अरणिया घोड़ा में कृषि विज्ञान केन्द्र की स्थापना से क्षेत्र के किसानों में जागरूकता एवं नवीनतम तकनीकी का समावेश हुआ है। प्रक्षेत्र दिवस में अरणिया घोड़ा की सरपंच श्रीमती प्रहलाद देवी गुर्जर भी उपस्थित थी। कार्यक्रम में 102 कृषक एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया। 

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