सवा ग्यारह लाख महामृत्युंजय मंत्र जाप महोत्सव सम्पन्न

 

भीलवाड़ा (हलचल)। अन्तर्राष्ट्रीय माहेश्वरी कपल क्लब भारत के सदस्यों द्वारा अब तक 21 जुलाई से प्रारम्भ करके 31 जुलाई तक 11 दिनों में साढ़े बारह लाख से अधिक महामृत्युंजय मंत्र के जप पूर्ण हो चुके हैं ! 31 जुलाई 2020 तक कुल ग्यारह दिनों में सवा ग्यारह लाख से अधिक महामृत्युंजय मंत्र -  "ऊँ त्र्यम्‍बकं यजामहे, सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्, उर्वारुकमिव बन्‍धनान्, मृत्‍योर्मुक्षीय मामृतात्"  के जाप पूरे किये जाने थे !


अन्तर्राष्ट्रीय माहेश्वरी कपल क्लब भारत के राष्ट्रीय महासचिव श्रीमती अनिता डॉ अशोक सोडाणी ने बताया कि पूरी दुनिया में कोरोना महामारी जल्दी काबू में आये तथा सभी के स्वस्थ रहने की कामना के साथ यह सवा ग्यारह लाख महामृत्युंजय मंत्र का महाअनुष्ठान पूर्ण किया गया है !
क्लब के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुमन सुरेश सोनी ने बताया कि देश में फैली हुई  क्लब की सभी 94 जिला शाखाओं के सदस्यों एवं उनके परिवारजनों द्वारा अपनी अपनी सुविधा से ग्यारह दिनों तक मंदिरों में, अपने अपने निवास पर प्रतिदिन इस मंत्र का जाप किया गया है ! यह भीलवाड़ा के लिए भी गर्व की बात है कि पूरे देश में पहली बार किसी माहेश्वरी संगठन द्वारा आयोजित किया गया सवा ग्यारह लाख महामृत्युंजय मंत्र जाप का महोत्सव सम्पन्न  हुआ है !


सभी भगवान की प्रार्थना के लिए 108 मणकों की माला होती है! भगवान महादेव को रूद्राक्ष प्रिय होते हैं अतः 108 रूद्राक्ष की माला के अनुरूप प्रति दिन एक लाख आठ हजार महामृत्युंजय मंत्र का ग्यारह दिनों तक जाप का विचार किया गया था लेकिन यह प्रसन्नता की बात है कि महामृत्युंजय मंत्र के प्रति लक्ष्य से अधिक लोगों ने अपनी श्रृद्धा प्रकट करते हुए 12.50 लाख से अधिक मंत्रों का जाप पूर्ण किया तथा अभी भी कर रहे हैं !



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