शिक्षकों को भी विद्यालय आने के लिए मुक्त किया जाए

 

राज्य में लॉक डाउन की गाइडलाइन आने के बाद 31 अगस्त तक स्कूल कॉलेज बंद रहने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में शिक्षकों को भी विद्यालय में उपस्थिति के लिए छूट दी जाए। राजस्थान प्राथमिक माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्ष शशिभूषण शर्मा ने कहा कि कोराना अपने चरम पर पहुंच रहा है। शिक्षकों को विद्यालय आने जाने में सार्वजनिक परिवहन के साधन उपयोग में लेने पड़ते हैं । ऐसे में कोरोना संक्रमण की शिकायत काफी बढ़ गई है, शिक्षकों में भी कोरोना फैल गया है। जिससे कई स्कूलों मे शिक्षकों को क्वांरटाइन किया जा रहा है। आज जयपुर में एक शिक्षिका की कोरोना से मृत्यु होने पर विद्यालय स्टाफ को क्वांरटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही कई जिलों में कलक्टरों द्घारा पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है।
राज्य सरकार से राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ मांग करता है कि जब विद्यालय में बच्चे ही नहीं आ पा रहे हैं, तो शिक्षकों को भी विद्यालय आने के लिए मुक्त किया जाए क्योंकि शिक्षक विगत महीनों से वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। प्रवेश प्रक्रिया शिक्षकों द्वारा कर ली गई है और विद्यालय में प्रवेश के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाया जाए।



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