कोरोना की नई स्‍ट्रेन को देख पश्चिम एशिया में किए गए सख्त उपाय, ब्रिटेन में नई दवा का ट्रायल शुरू, कई देशों में पहुंची वैक्‍सीन

वाशिंगटन। ब्रिटेन में करोना की दो नई स्‍ट्रेन के सामने आने की खबरों के बीच वहां वैज्ञानिकों ने एक नई एंटीबॉडी दवा का ट्रायल शुरू कर दिया है। वहीं विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन ने कहा है कि कोरोना की नई स्‍ट्रेन दुनिया के कई मुल्‍कों में पाई गई है। दूसरी ओर कई देशों में टीकाकरण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है और वहां कोविड-19 वैक्‍सीन पहुंची शुरू हो गई है। कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर पश्चिम एशिया में भी डर का माहौल है।

ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने शुरू किया नई दवा का ट्रायल

कोरोना की नई स्‍ट्रेन के खतरे के बीच ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने एक नई एंटीबॉडी दवा का ट्रायल शुरू किया है। पीटीआइ के मुताबिक, वैज्ञानिकों को उम्‍मीद है कि इससे कोरोना के खिलाफ तात्‍कालिक सुरक्षा हासिल की जा सकेगी। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल्स एनएचएस ट्रस्ट (यूसीएलएच) ने कहा कि वैज्ञानिकों का मानना है कि एस्ट्राजेनेका की लॉन्ग एक्टिंग एंटीबाडी (LAAB) यानी AZD7442 लोगों को कोरोना से तात्कालिक सुरक्षा मुहैया कराएगी।

कई देशों में पहुंची वैक्‍सीन

इन सबके बीच कई अन्‍य देशों में टीकाकरण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, बुल्‍गारिया, स्‍पेन और रोमानिया में कोरोना की वैक्‍सीन पहुंच गई है। बुल्‍गारिया में पहली 9,750 डोज पहुंची है। स्‍पेन की सरकार की योजना अगले 12 हफ्तों में फाइजर वैक्‍सीन की 45 लाख डोज हासिल करने की है। इतनी डोज से 22 लाख लोगों को वैक्‍सीन दिए जाने की योजना है। वहीं इजराइल ने टीकाकरण अभियान तेज कर दिया है।

यूरोप के आठ देशों में पहुंचा वायरस

इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन यूरोप के आठ देशों में पहुंच गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह नए प्रकार का वायरस युवाओं में तेजी से फैल रहा है। ब्रिटेन में पिछले सप्ताह वायरस का यह नया रूप मिला था। इसके बाद दुनिया के ज्यादातर देशों ने इस देश के लिए उड़ानों पर रोक लगा दी। कोरोना का यह नया प्रकार 70 फीसद अधिक संक्रामक बताया जा रहा है।

तेजी से फैल रही नई स्‍ट्रेन

डब्ल्यूएचओ के यूरोप मामलों के निदेशक हंस क्लूज ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की यह स्वास्थ्य एजेंसी हालात पर निरंतर नजर रख रही है। पुराने कोरोना वायरस की तुलना में यह नया स्ट्रेन युवाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, 'अभी तक आठ यूरोपीय देशों में कोरोना के नए वैरिएंट की पहचान की गई है। ऐसे में बचाव के लिए मौजूदा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है। मास्क और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है।'

फ्रांस में मिला पहला मामला

ब्रिटेन में गत हफ्ते सबसे पहले कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन की पहचान की गई थी। तब ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा था कि पुराने कोरोना के मुकाबले यह नया वैरिएंट तेजी से फैलता जाहिर हो रहा है। फ्रांस में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन का पहला मामला मिला है। स्थानीय मीडिया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि टूर्स शहर में एक फ्रांसीसी नागरिक को कोरोना के नए स्ट्रेन से संक्रमित पाया गया। वह हाल ही में ब्रिटेन से लौटा था।

पश्चिम एशिया में सख्त किए गए उपाय

समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार, कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर पश्चिम एशिया में भी डर का माहौल है। इस क्षेत्र के कई देशों में रोकथाम के उपायों को सख्त कर दिया गया है। इराक ने ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क, नीदरलैंड, बेल्जियम, ईरान, जापान की यात्रा पर रोक लगा दी। तुर्की विदेश से आने वालों के लिए निगेटिव टेस्ट अनिवार्य करने जा रहा है। इजरायल में भी रविवार से राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लगा दिया गया है।

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