कृषि उपज मंडी में बारदान का अभाव, 5 दिन से मंडी में डेरा डाले है किसान

 

 भीलवाड़ा संपत माली। शहर की कृषि उपज मंडी में गेहूं बैचने जिलेभर के गांवों से आये किसान पिछले 4-5 दिन से परेशान है। कारण, बारदान के अभाव में उनके गेहूं का तौल नहीं हो पा रहा है। ये किसान अपनी समस्या को लेकर कभी कृषि मंडी अधिकारी के तो कभी कलेक्ट्रेट के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। 


रूपालिया के किसान नारायण व एक अन्य गांव के उदयलाल ने कहा कि उनके साथ ही राजोला, देवली, हलेड़, सिदडिय़ास सहित जिले भर के कई गांवों के 40 से 50 किसान अपनी गेहूं की फसल बैचने गांव से कृषि मंडी आये हैं। 4-5 दिन से अनाज मंडी में पड़ा है। बारिश का मौसम होने के कारण अनाज भीगने से खराब हो रहा है। कृषि मंडी के कार्मिकों का कहना है कि बारदान नहीं है, बारदान आने पर ही अनाज तुलाया जायेगा। इन किसानों का कहना था कि ठेकेदार सुबह से एक-एक  घंटे का समय देकर बारदान आने की बात कहता रहा और शाम होने पर उसने बारदान नहीं आने और अब अनाज की तुलाई करने से इनकार कर दिया। किसानों का कहना है कि वे, 4-5 दिन से अनाज लेकर मंडी में आये हुये हैं और अब उनका अनाज तोलने से मना कर दिया गया। अनाज मंडी में खुले में पड़ा है। उनकी सुनवाई कोई नहीं कर रहा है। इस बीच, आज वे कलेक्ट्रेट भी गये, जहां उन्होंने इस समस्या को लेकर ज्ञापन भी दिया, लेकिन अभी तक किसी ने उनकी सुनवाई नहीं की। ऐसे में अनाज खराब होने का डर सता रहा है। किसानों ने कलेक्टर से इस मामले को संज्ञान में लेकर तुलवाई कराने की मांग की है। 
 



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