भाजयुमो के विरोध प्रदर्शन में पुतला दहन के वक्त गुब्बारों में ब्लास्ट, मचा हड़कंप
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में कांग्रेस सरकार आज अपने दो साल पूरे कर रही है। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने आज काला दिवस मनाते हुए सिविल लाइंस फाटक पर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सिविल फाटक से सीएम आवास की तरफ कूच करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस बल से जमकर धक्का-मुक्की हुई। भाजयुमो कार्यकर्ताओं ने काले गुब्बारे उड़ाए। मुख्यमंत्री का पुतला फूंका। इस पूरे प्रदर्शन में कोरोना गाइडलाइन के नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आई। प्रदर्शन के दौरान युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं की लापरवाही जान पर भारी पड़ सकती थी। गैस के काले गुब्बारे हवा में छोड़ने थे। लेकिन कार्यकर्ताओं ने उन गुब्बारों को पुतले के साथ बांध दिया और पुतले को जलाना शुरु कर दिया। इससे पुतले के जलते ही अचानक गैस के गुब्बारों ने आग पकड़ ली। इससे गुब्बारे फटना शुरु हो गए। इसमें मीडिया और कुछ लोगों के चोट आ गई। वहीं, गुब्बारे फटते देखकर कार्यकर्ताओं में अफरा-तफरी मच गई। वे इधर उधर भागने लगे। प्रदर्शन से पहले ही कानोता में पुलिस ने भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा को हिरासत में ले लिया। इससे बचाव मच गया। सूचना मिलने पर सैंकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता कानोता थाने पहुंच गए। तब पुलिस को हिमांशु शर्मा को छोड़ना पड़ा। भाजयुमो के प्रदेश मीडिया प्रभारी सुमित अग्रवाल ने बताया कि युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हिमांशु शर्मा के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ता प्रदर्शन के लिए सिविल लाइंस फाटक पहुंचे। इस दौरान भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। |
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