खामोर चारभुजा नाथ की बेशकीमती मूर्ति को एक साल होने आया फिर भी कोई सुराग नहीं
बडलियास (रोशन वैष्णव) । खामोर चारभुजा नाथ की बेशकीमती मूर्ति 30 मई 2019 को चोरी हो गई थी। इस मंदिर में चोरी की यह दूसरी वारदात थी। तीन साल बाद चोर उसी मूर्ति को दोबारा चुरा ले गए थे। लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक पता नहीं लगाया गया। जबकि उसके बाद घटी घटना जो धनोप माता मंदिर में आभूषणों कि चोरी हुई उसका पुलिस ने कुछ ही दिनों में पता लगा लिया है। ग्रामवासियों का कहना है कि ये मूर्ति लगभग 400 साल पुरानी है ओर बहुत कीमती है।फिर भी ग्रामवासियों की आस्था पर प्रशाशन ने पानी फेर दिया।पुजारी कन्हैया लाल पाराशर ने बताया की 2016 में नीलम की 1 फीट ऊंची बेशकीमती प्रतिमा को खामोर गढ़ के मंदिर से चुरा ले गए थे। चोरी की घटना के बाद इस प्रतिमा को नवनिर्मित मंदिर के अंदर स्थापित किया गया। जहां से 30 मई 19 की रात अज्ञात चोर मूर्ति को चुरा ले गए। ओर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी,थाने के बाहर प्रदर्शन किया ज्ञापन दिया लेकिन फिर भी पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पाई।पूरा गांव थाने जाकर खड़ा हो गया फिर भी पुलिस के हाथ चोरों तक नहीं पहुंच पाए। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि भगवान की मूर्ति स्थाई होने से चोर मूर्ति को तोड़ कर ले गए।पाट पर मूर्ति के दोनों चरण रह गए।लेकिन एक साल से अधिक हो गया ग्रामीण बिना मूर्ति के पूजा अर्चना करते है ओरपुलिस हाथ पर हाथ धर कर बैठा है।मूर्ति आने की राह में ग्रामवासी* एक साल से बिना किसी मूर्ति के, टूटे हुए पद चिन्हों कि पूजा अर्चना कर रहे हैं।प्रशासन मूर्ति का पता लगाना नहीं चाहता है या उनसे चोर पकड़े नहीं जा रहे है।लोगो की आस्था पर प्रशाशन प्रहार कर रहा है।अभी तक लोगो का आक्रोश कम नहीं हो रहा है। लोगो का कहना है कि धनोप शक्तिपीठ की चोरी कि वारदात को प्रशाशन ने कुछ दिनों में खुलासा कर दिया लेकिन खामोर चारभुजा नाथ की चोरी मूर्ति का क्यों अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। क्या कोई राजनीतिक दबाव है या कुछ अलग ही कारण है पुलिस इस मामले को गंभीरता से क्यों नहीं ले रही है। ग्रामवासियों की प्रशासन से मांग है कि कुछ भी करे हमें खामोर चारभुजा नाथ की बेशकीमती मूर्ति की चोरी का खुलासा करे। |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें