WHO ने चेताया, धूम्रपान से कोरोना संक्रमण में बड़ा खतरा
लंदन।विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है। WHO ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना वायरस के उन मरीजों की स्थिति खराब हुई है जो धूम्रपान करते हैं। WHO ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में धूम्रपान करना जानलेवा साबित हो सकता है और इससे कोरोना वायरस के इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। WHO ने गुरुवार को धूम्रपान और कोविड 19 के बीच संबंध स्थापित करने वाले प्रकाशित 34 शोधों का हवाला देते हुए कहा कि अस्पताल में भर्ती किए गए मरीजों में 18 फीसदी से ज्यादा मरीज धूम्रपान करने वाले थे। शोध में ये पाया गया कि धूम्रपान और कोरोना मरीज की गंभीर स्थिति में गहरा संबंध है। धूम्रपान करने वाले लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण ज्यादा तेजी से हो रहा है और एक बार जब वे संक्रमित हो जा रहे हैं तो उन्हें ठीक होने में भी काफी समय लग रहा है। WHO के मुताबिक ऐसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया जाना कितना जरूरी है और उनकी मौत का खतरा भी कितना अधिक है इस पर भी नजर रखी जानी चाहिए। हालांकि इन शोधों पर कई वैज्ञानिकों ने सवाल उठाए हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इन शोध में निश्चित आंकड़ों की बहुत कमी है, जिससे इनके नतीजों पर सवाल उठना लाजिमी है। दूसरी ओर WHO की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रीपाल सिंह ने कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी के बीच दक्षिण-पूर्वी एशिया के लोगों को भी आगाह किया है। WHO ने कहा कि इस क्षेत्र में लोग मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहें और आत्महत्या जैसे कदम उठाने से बचे। उन्होंने तमाम लोगों को आगाह किया कि सभी लोग अपने परिचितों का ध्यान रखें कि वे अवसाद या किसी अन्य मानसिक परेशानी के चलते आत्महत्या जैसा गंभीर कदम ना उठा ले। क्षेत्रीय निदेशक ने ये भी कहा कि कोरोना वायरस के इस संक्रमणकाल में दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों में लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा और स्वास्थ्य व आर्थिक दबाव के चलते लोग मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं और अवसाद में अनचाहे कदम उठा रहे हैं। |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें