बेकाबू कोरोना : अब तक जि‍ले में 81 मौतें व 5485 संक्रमित

 

भीलवाड़ा (हलचल) । कोरोना संक्रमण के चलते लोगो में लापरवाही देखी जा रही हैै इससे उन्‍‍‍ही को नुकसान उठाना पड़ रहा हैैै।  पिछले बीस दिनाेें में भीलवाड़ा में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमे बिना लक्षण के ही कई लोग दुनिया छोड़ गए। पिछले चौबीस 24 घंटों में कोरोना वायरस ने सात व्यक्तियों की जान ले ली। इनमें से तीन मौतें तो गुरुवार-शुक्रवार रात में हुई। बनेड़ा के पूर्व उप प्रधान एवं कांग्रेस नेता मेघरास निवासी पूर्व सरपंच एक सप्ताह से तबीयत खराब थी। वे होम आइसोलेशन में रहते हुए वहीं उपचार करवाते रहे। उन्हें लंग्स में इंफैक्‍शन हो गया था। सांस लेने में तकलीफ होने पर दो दिन पहले महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस रोगी को गुरुवार को प्‍लाज्मा चढ़ाया गया पर नहीं बचाया जा सका। उन्होंने रात 10 बजे दम तोड़ दिया। आजाद चौक में रहने वाले 78 वर्षीय एक बुजुर्ग को भी कोरोना होने पर आरसी व्यास कॉलोनी स्थित निजी अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में भर्ती करवाया गया। वहां तबीयत बिगडऩे पर इस अस्पताल में वेंटीलेटर पर शि ट करना पड़ा। आखिरकार गत रात्रि वे दुनिया छोड़ गए। सिंधुनगर के रहने वाले एक और बुजुर्ग को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गुरुवार-शुक्रवार रात दम तोड़ दिया। मृतक की पत्नी, बेटा व बहू भी पॉजीटिव होने की जानकारी मिली है।
इसी तरह गुरुवार को ही एमजी हॉस्पिटल में आजाद नगर की 62 वर्षीय महिला तथा आमलियों की बारी के रहने वाले एडवोकेट, आरके कॉलोनी के 85 वर्षीय बुर्जुग ने निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसी तरह बिजौलियां के 65 साल के बुजुर्ग को भी एमजी हॉस्पिटल से जयपुर रैफर किया गया। उनकी रास्ते में ही मौत हो गई। इसी के साथ अब कोरोना से जिले में मरने वालों की सं या 81 हो गई। जिले में अब तक 5485 संक्रमित सामने आ चुके। बढ़ते कोरोना रोगियों और मौतों के आंकड़े अब डराने लगे हैं। साथ ही आने वाले दिनों में भीलवाड़ा के हालात और विकट होने की आशंका बढ़ाते जा रहे हैं। लोग अभी भी मुंह पर मास्क लगाने को परेशानी भरा समझ रहे हैं। गांवों में ठाठ से मृत्युभोज हो रहे हैं। इन्हें नहीं रोका गया तो संक्रमितों व मौतों का आंकड़ा यूं ही बढ़ता रहेगा।



टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना