शहर में सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे: नहीं उठ रहा कचरा, मौसमी बीमारियां फैलने की आशंका


भीलवाड़ा (हलचल)। एक ओर जहां भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है वहीं सफाई व्यवस्था भी लचर हो रही है। शहर की कई कॉलोनियों में नियमित रूप से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। टीपर आते जरूर हैं लेकिन जो लोग टीपर में कचरा डालते हैं, उन्हीं का कचरा लेकर चले जाते हैं। झाड़ू लगाने के बाद सफाईकर्मी कचरे का ढेर लगाकर चले जाते हैं लेकिन कचरा उठाने के लिए कोई नहीं लौटता।
यह हाल शहर में किसी एक स्थान या क्षेत्र के नहीं हैं बल्कि हर मोहल्ले और गली में ये ही हालात हैं। भीलवाड़ा हलचल ने गुरुवार को पड़ताल की तो सामने आया कि शहर के व्यस्ततम इलाकों में भी यह समस्या है। प्रताप टाकीज के पास जहां बाजार है, कईं दुकानें हैं और जहां लोग शहर से ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों से खरीदारी करने आते हैं। वहां भी कचरे के ढेर लगे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां नियमित रूप से सफाई नहीं होती जिससे उनकी दुकानदारी पर भी फर्क पड़ रहा है। लोगों ने बताया कि इस बारे में कई बार नगर परिषद को अवगत कराया गया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
कोरोना वॉरियर्स कहलाने वाले सफाईकर्मी भूल रहे अपना फर्ज
कोरोनाकाल में कोरोना वॉरियर्स के उपनाम से मशहूर हुए सफाईकर्मी लगता है कि अपना फर्ज भूलने लगे हैं। पहले जहां सफाई व्यवस्था के नाम पर शहर चमाचम रहता था वहीं अब हर जगह कचरे के ढेर नजर आने लगे हैं। सफाई व्यवस्था के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है। टीपर वाले आते हैं लेकिन कचरा उठाने के लिए गाड़ी से नहीं उतरते। लोगों ने टीपर में कचरा डाल दिया, बस उसी को लेकर चल पड़ते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रशासन के दावे फीके साबित हो रहे हैं। अब तो शहर में ओमिक्रॉन की भी दस्तक हो चुकी है और ऐसे में कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सफाई व्यवस्था कहीं नजर नहीं आ रही है। 
इनका कहना है...
हमने हर कॉलोनी में नियमित रूप से कचरा उठाने के लिए सफाईकर्मियों को पाबंद कर रखा है। अगर कहीं कचरा नियमित रूप से नहीं उठ रहा है तो हम इसे दिखवाएंगे और व्यवस्था सुचारू करवाएंगे।
राकेश पाठक, सभापति, नगर परिषद, भीलवाड़ा   

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना