गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास कर बोले पीएम मोदी- यूपी में अब भेदभाव नहीं, सबका विकास होता है
नई दिल्ली,। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेसवे का शिलान्यास कर दिया है। इस अवसर पर पीएम मोदी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि शाहजहांपुर की धरती से वीरता की धारा बही है। कल ही पंडित राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान, ठाकुर रौशन सिंह का बलिदान दिवस है। अंग्रेजी सत्ता को चुनौती देने वाले शाहजहांपुर के इन तीनों सपूतों को 19 दिसंबर को फांसी दी गई थी। भारत की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले ऐसे वीरों का हम पर बहुत बड़ा कर्ज है। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी उन्नति के द्वार खोलेगी। हमारा शुरुआत से ही सबका साथ और सबका विकास का मंत्र रहा है। डबल इंजन की सरकार का पूरा फोकस यूपी के विकास पर है। लेकिन साल 2014 से पहले यूपी में कुछ लोगों के लिए योजनाएं बनाई जाती थीं। कुछ लोगों के विकास के बारे में सोचा जाता था। लेकिन अब यूपी में सबके विकास के लिए सोचा जाता है। डबल इंजन की सरकार का पूरा फोकस यूपी के विकास पर मोदी और योगी की डबल इंजन की सरकार का पूरा फोकस यूपी के विकास पर है। लेकिन साल 2014 से पहले यूपी में कुछ लोगों के लिए योजनाएं बनाई जाती थीं। कुछ लोगों के विकास के बारे में सोचा जाता था। आप पांच साल पहले का हाल याद करिए। राज्य के कुछ इलाकों को छोड़ दें, तो दूसरे शहरों और गांव-देहात में बिजली ढूंढे नहीं मिलती थी। डबल इंजन की सरकार ने ना सिर्फ यूपी में करीब 80 लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन दिए, बल्कि हर ज़िले को पहले से कई गुना ज्यादा बिजली दी जा रही है। जब पूरा यूपी एक साथ बढ़ता है, तो देश आगे बढ़ता है। यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा सारे मंगलों की, सारी उन्नति प्रगति की स्रोत हैं। मां गंगा सारे सुख देती हैं, और सारी पीड़ा हर लेती हैं। ऐसे ही गंगा एक्सप्रेसवे भी यूपी की प्रगति के नए द्वार खोलेगा। साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। ये जो आज यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल बिछ रहा है, जो नए एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं, नए रेलवे रूट बन रहे हैं, वो यूपी के लोगों के लिए अनेक वरदान एक साथ लेकर आ रहे हैं। पहला वरदान- लोगों के समय की बचत। दूसरा वरदान- लोगों की सहूलियत में बढोतरी, सुविधा में बढोतरी। तीसरा वरदान- यूपी के संसाधनों का सही उपयोग। चौथा वरदान- यूपी के सामर्थ्य में वृद्धि। पांचवां वरदान |
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