कामवासना की तरंगों को परमात्मा की साधना करते हुए हटाये: स्वामी प्रणवानन्द

 


रामधाम में आठ दिवसीय दिव्य सत्संग प्रवचन माला शुरू

भीलवाड़ा (हलचल)। श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से हमीरगढ़ रोड स्थित रामधाम में आयोजित शिव महिमन स्त्रोत पर दिव्य प्रवचन माला के तहत विश्व प्रसिद्ध मार्केडय सन्यास आश्रम ओकारेश्वर के स्वामी प्रणवानंद सरस्वती  ने कहा कि हम मन में उठने वाली कामवासना की तरंगों को परमात्मा की साधना करते हुए हटा सकते हैं।  प्रत्येक कार्य आस्तिक बन करना चाहिए इससे मोह से छुटकारा मिलेगा। हमारे अंदर दीपक की तरह जल्दी ज्योत को देखकर काला पर्दा आंखों के समक्ष आता है उसमे सर्वत्र व्याप्त ईश्वर व्याप्त है। ऐसा मानकर अपने संशय को मिटा देवे। प्रवक्ता गोविंद प्रसाद सोडानी ने बताया कि ब्रह्म मुहूर्त में स्वामी प्रणवानंद सरस्वती जी ने संत मंडली एवं विद्यार्थियों को संत की महत्ता समाज में उपयोगी बनकर सनातन धर्म संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के बारे में स्वाध्याय के तहत जानकारी दी। कन्हैयालाल मूंदड़ा, नवरत्न पारीक, विनोद पंचोली, सरिता सोमानी का सहयोग रहा। स्वामी जी सहित सभी संतो का माल्यार्पण परिचय एवं कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के सचिव अभिषेक अग्रवाल ने किया। 

बाल संस्कार शिविर एवं महापुरुष बनो प्रतियोगिता के साथ ही साप्ताहिक रामायण पाठ कल

ट्रस्ट के राकेश सिंहल एवं संजीव गुप्ता ने बताया कि रामधाम में 19 दिसंबर रविवार को दोपहर 3:30 बजे बाल संस्कार शिविर का आयोजन किया जाएगा। महापुरुषों की वेशभूषा प्रतियोगिता होगी। इसके लिए प्रभारी कैलाश डाड,  राधेश्याम शर्मा व ओम बुलिया को बनाया गया है। वेशभूषा प्रतियोगिता में बालक भगवान राम, हनुमान, गणेश, शिव के साथ ही भामाशाह, श्रवण कुमार, स्वामी विवेकानंद, शिवाजी आदि बनेंगे। बच्चों को महापुरुषों का रूप घर से धर कर आना होगा और अपना नाम दर्ज करना होगा। ट्रस्ट के साप्ताहिक रामायण पाठ प्रभारी शिव प्रकाश लाठी एवं प्रहलाद भदादा ने बताया कि रविवार को दोपहर 2:30 बजे कोठारी नदी के किनारे आरके आरसी व्यास कॉलोनी में स्थित टंकी के बालाजी पर साप्ताहिक रामायण पाठ का आयोजन किया जाएगा। इसमें रामायण पर अन्तक्षरी, हनुमान चालीसा का पाठ सहित अन्य आयोजन होंगे।

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