चारागाह भूमि में पट्टे देने के विरोध में प्रकृति संरक्षण विचार मंच द्वारा राज्यपाल के नाम एसडीएम को दिया ज्ञापन
बेरा (भेरू लाल गुर्जर) बनेड़ा उपखंड क्षेत्र में राजस्थान सरकार ने राजस्व ग्राम की चारागाह भूमि पर आवासीय पट्टे जारी करने के विरोध में ज्ञापन दिया गया जिसमें प्रकृति संरक्षण विचार मंच के गोपाल चरण सिंह बनेडा भंवर सिंह राणावत हाथीपुरा शिवराज गुर्जर रतन जाट गोपाल जाट बामणिया आदि उपस्थित थे । राजस्थान सरकार ने राजस्व ग्राम की चारागाह भूमि पर 30 साल से बसी आबादी को 100 वर्ग मीटर का पट्टा देने पर प्रस्तावित नीति का ड्राफ्ट कैबिनेट द्वारा मंजूर किया गया है। प्रकृति सरंक्षण विचार मंच बनेड़ा के सदस्यगण राज्य सरकार के फैसले को निरस्त करने की मांग करते हैं । सरकार को ध्यान दिलाना चाहते हैं कि इस फैसले से गांव की गोचर जमीन पर अतिक्रमण करने की प्रवृत्ति को बढ़ावा मिलेगा व छोटे व बड़े पशु की चराई की जमीन कम होगी व गरीब पशुपालकों की आजीविका पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा । चारागाह कम होने से स्थानीय प्रस्थिति क्षेत्र पर व जल ग्रहण पर भी असर पड़ेगा जंगली जानवरों व वन्यजीवों की आश्रयस्थली भी कम होती जाएगी पिछले वर्षों में राजस्थान सरकार द्वारा ग्रामीण विकास हेतु महत्वाकांक्षी योजना महात्मा गांधी नरेगा के द्वारा चारागाह विकास के एवं जल संरक्षण के कार्य भी इन्हीं भूमियों पर कराए गए हैं जिससे गांव की आजीविका वनस्पति विकास एवं जल जल स्तर की बढ़ोतरी हुई है यदि चरागाह की भूमि जोकि गांव की शामलात भूमि है यदि इस भूमि के रकबे में अन्य उपयोग एवं आवासीय पट्टे जारी होते हैं तो इस विकास पर विपरीत असर पड़ेगा जो गांव में पशुओं में चराई का क्षेत्र कम करेगा जिसका असर पशुपालन व दूध उत्पादन व गरीब पशुपालकों की सीमांतकाश्तकारों की आजीविका पर संकट खड़ा होगा सरकार द्वारा इस कानून लागू करने से आवारा पशुओं को सड़क पर आने पर विवश कर रहा है अतः हमारे क्षेत्र के राजस्व ग्रामों में चारागाह पर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है इसे हटा कर आमजन को राहत पहुंचाने हेतु कार्यवाही की जाए। |
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