लगातार दो दिन कोरोना पॉजीटिव मिले, भारी न पड़ जाए लापरवाही

 


भीलवाड़ा (हलचल)। भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमित मिलने का सिलसिला शुरू हो चुका है। लगातार दो दिन से कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। ऐसे में मरीजों की संख्या में इजाफा होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। लोग कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं कर रहे हैं। मास्क लगाना भूल चुके हैं वहीं सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धोना पुराने जमाने की बात हो गई है।
भीलवाड़ा में कोरोना की दस्तक के बाद लोग दहशत में थे। तत्कालीन कलक्टर राजेंद्र भट्ट ने कफ्र्यू लगा दिया था। लोग घरों में कैद हो गए थे। सब भगवान से प्रार्थना कर रहे थे कि कोरोना खत्म हो और वे रोजमर्रा का जीवन जी सके। अनलॉक के साथ लोगों ने काफी समय तक कोरोना एप्रोप्रिएट बिहैवियर का पालन भी किया। इसके बाद सब कुछ सामान्य हो गया। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर आई और काफी संख्या में लोग संक्रमित हुए लेकिन पहली लहर जितनी दहशत नहीं दिखी। सरकार ने भी कंपलीट लॉकडाउन नहीं लगाया। कोरोना की पहली व दूसरी लहर के बीच लोगों की लापरवाही भारी पड़ गई और संक्रमण काफी फैला। वैक्सीन भी आई और लोगों ने लगवाई भी। पहली डोज करीब 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने लगवा ली लेकिन दूसरी डोज केवल 54 प्रतिशत लोगों ने ही लगवाई है।
महात्मा गांधी अस्पताल के पीएमओ डॉ. अरुण गौड़ ने हलचल से बातचीत करते हुए कहा कि ओमिक्रॉन के रूप में कोरोना के नए वैरिएंट ने दस्तक दे दी है। प्रदेश सहित देश में ओमिक्रॉन के मामले देखने को मिले हैं। लोगों को लापरवाही न करते हुए मास्क लगाना चाहिए। सैनिटाइजर या साबुन से हाथ धोते रहना चाहिए। इसके साथ ही जिन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज अब तक नहीं लगवाई है, उन्हें लगवानी चाहिए और जिन्होंने अभी तक पहली डोज भी नहीं लगवाई है, उन्हें तो तुरंत पहली डोज लगवानी चाहिए।
यहां बरत रहे लापरवाही
सार्वजनिक स्थानों व भीड़भाड़ वाले इलाकों में लापरवाही बरती जा रही है। लोग बिना मास्क घूम रहे हैं। हर कहीं थूकना व कचरा फेंकना आम बात हो गई है। बस, ट्रेन में यात्रियों के मुंह पर मास्क नजर नहीं आता। स्कूलों में लापरवाही बरती जा रही है। प्रशासन भी सख्ती करता नहीं दिख रहा। कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने की बात करना बेमानी हो जाता है। सरकारी कार्यालयों में भी कोरोना गाइडलाइन की पालना नहीं हो रही है। बाजारों में बच्चे से लेकर बूढ़े तक कोरोना से बेखौफ घूमते नजर आते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग भी कहीं नजर नहीं आती।
 


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