Rti कार्यकर्ता ने बताई जुबानी पीटा कील ठोकी ओर पेशाब पिलाया....
बाड़मेर ।जिले के गिड़ा थाना क्षेत्र में आरटीआई कार्यकर्ता के साथ हुई मारपीट मैं पुलिस को सफलता मिली है। चार हमलावरों को गिरफ्तार कर पुलिस ने वारदात में उपयोग की गई स्कॉर्पियो को भी जप्त किया है। वहीं, इस मामले में पीड़ित अमराराम के द्वारा जो बातें कही गई है। वह मानवता को शर्मसार करने के वाली है। जोधपुर में आरटीआई कार्यकर्ताओं के हितों के लिए काम करने वाली संस्था जागृति ने पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। बाड़मेर एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता के साथ हमले की घटना के बाद गठित 5 टीमों ने 48 घंटे में ही चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन सभी ने जुर्म स्वीकार कर लिया है। शेष इसमें किन आरोपियों की भूमिका रही है। कौन लोग थे, जो इस षड़यंत्र में शामिल थे, उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपियों ने बताया कि अमराराम लगातार पंचायत के कामों की शिकायत कर रहा था। इस कारण उसका अपहरण कर मारपीट की गई। पीड़ित आरटीआई कार्यकर्ता अमराराम गोदारा के अनुसार वह 21 तारीख को जोधपुर से ही बाड़मेर आया था, तभी से यह लोग उसका पीछा कर रहे थे। अमराराम ने बताया कि उसे जबरन उठा कर गाड़ी में डाला और हाथ-पांव बांध दिए। आंखों पर पट्टी बांध 5-6 किमी. दूर सुनसान जगह पर ले गया। जहां गाड़ी से नीचे पटक कर सभी लोग उसे सरिए, लाठियां, चैन व अन्य हथियारों से हमला करने लगे। सरिए डाले गए, हड्डियां तोड़ दी। दो पैर और एक हाथ तोड़ दिया। पेशाब पीने पर मजबूर किया गया। शरीर के प्राइवेट पार्ट और ऐसे अंगों पर मारपीट की, जिसके असहनीय दर्द को झेल नहीं पाया और बेहोश होकर गिर गया, तब आरोपियों ने मरा हुआ समझ उसी जगह फेंक दिया। पीड़ित अमराराम के अनुसार उसने कुंपलिया के नरेगा कार्यों में वित्तीय गड़बड़ी, घटिया क्वालिटी, आवास योजना में गड़बड़झाले की शिकायतें की थी, जिसके बाद कुंपलिया पूर्व सरपंच, वर्तमान सरपंच ने मिलकर उस पर प्राणघातक हमला किया। |
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