महाराष्ट्र में युवक की संदिग्ध मौत का मामला, 5 लाख रुपये में हुआ समझौता, घर के बाहर रखा शव हटाया

  


 भीलवाड़ा बीएचएन। 
मजदूरी के लिए महाराष्ट्र गए भील जाति के युवक की तीन दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।।  शव घर लाने के बाद गुस्साये परिजनों, समाजजनों ने मौत को हत्या बताते हुये कार्रवाई के साथ ही मृतक की पत्नी को नौकरी व आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मांग करते हुये पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। उधर, दोनों पक्षों के बीच शाम को समझौता 5 लाख रुपये में हो गया। इसके बाद ही घर के बाहर रखा शव उठाया जा सका।  
बता दें कि जिले के शंभुगढ़ थाना क्षेत्र के गणेशपुरा गांव में रहने वाले प्रभु पुत्र मांगू भील ने पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में बताया कि चंपालाल, लादूलाल व प्रभु परिवादी के छोटे भाई कमलेश पुत्र मांगू भील को कुआं खोदने के लिए महाराष्ट्र ले गए थे। परिवादी भी महाराष्ट्र में ही दूसरी साइट पर काम कर रहा था। 31 मई को परिवादी प्रभु को सूचना मिली कि भाई कमलेश बीमार है। जल्दी आ जाओ। इस पर वह अपने चाचा हरजी के साथ वहां गया। उसने जब कमलेश को देखा तो उसके शरीर पर कई चोटों के गहरे निशान थे और सिर में भी भारी चोट लगी थी जिससे कमलेश की मौत हो गई। प्रभु ने शिकायत में बताया कि उसे व उसके चाचा को डरा-धमकाकर गाड़ी में बैठाकर राजस्थान के लिए रवाना कर दिया। रास्ते में उसका फोन छीन लिया। चाचा के साथ मारपीट की। जान से मारने की धमकी दी। गांव के पास पहुंचने पर आरोपियों ने अन्य गाड़ी में बॉडी के साथ परिवादी और उसके चाचा को बैठा दिया और खुद वहीं उतर गए। प्रभु ने घटना की जानकारी परिवार वालों को दी और कहा कि प्रभु गुर्जर दोषी नहीं है तो उसे सारी घटना की जानकारी देनी चाहिए थी लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। उधर, प्रभु परिवार और भील समाज ने शव लेने से इनकार किया है। परिवादी ने शंभुगढ़ थाने में सूचना दी जहां थानाप्रभारी ने कहा कि बॉडी ले जाओ, नहीं तो तुम्हारे खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद परिजन और समाज के लोग मर्डर का खुलासा करने के साथ ही शव का परिवार के लोगों के सामने जिला अस्पताल में पीएम करने और रिपोर्ट परिवार को देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही चेतावनी भी दी है कि जब तक मामले का खुलासा नहीं होगा, वे शव नहीं लेंगे।
परिवादी व समाज के लोगों ने एसपी से आरोपियों को गिरफ्तार कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने, मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी और उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है।
पुलिस अधीक्षक को दिए गए पत्र में यह भी चेतावनी दी गई है कि जब तक मर्डर का खुलासा नहीं हो जाता और मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक भील समाज जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठा रहेगा।इससे पूर्व भील समाज के बड़ी संख्या में लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उधर, शंभुगढ़ थाना प्रभारी जगदीश प्रसाद ने बीएचएन को बताया कि समाजजनों व ठेकेदार पक्ष के बीच लंबी चली समझौता वार्ता के दौरान दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया। समझौते के अनुसार डेढ़-डेढ़ लाख रुपये दोनों ठेकेदार, जबकि दो लाख रुपये की आर्थिक मदद जनसहयोग से दिलाये जायेंगे। इस समझौते के बाद घर के बाहर रखा शव परिजनों व समाजजनों ने उठा लिया। 

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