हत्या के विरोध में उदयपुर बंद प्रदेश भर में पुलिस अलर्ट मोड पर दिल्ली से जांच टीम पहुंची
भीलवाड़ा /उदयपुर/जयपुर। उदयपुर में दर्जी की जघन्य हत्या के विरोध में आज उदयपुर शहर पूरी तरह से बंद है बंद को देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मी तैनात किये गये है वही दिल्ली से जांच के लिए विशेष टीम भी पहुंच गई है जबकि प्रदेशभर में पुलिस अलर्ट मोड़ पर है कई जिलों में लगातार चौकसी की जा रही है और पुलिस स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं भीलवाड़ा में भी पुलिस संवेदनशील इलाकों मैं चौकसी बरत रही है और कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक में शांति बनाए रखने की अपील की हैदेश में तालिबानी कल्चर नहीं आने देंगे-अजमेर दरगाह दीवानअजमेर दरगाह के दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन अली खान ने उदयपुर की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कोई भी धर्म मानवता के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा नहीं देता है। देश में हम तालिबानी कल्चर पर नहीं आने देंगे। चाहे जाने ही चली जाए। ये जो लोग इस तरह की हरकत कर रहे हैं, उससे न केवल इस्लाम बदनाम होता है। धर्म बदनाम होता है, देश बदनाम होता है। यह गलत है।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ सीएम की बैठकमुख्यमंत्री गहलोत ने अपना जोधपुर दौरा रद्द कर दिया है। वे कुछ देर में जयपुर के लिए रवाना होंगे, जहां वो जयपुर में गृह मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक लेंगे।
उदयपुर पहुंची एसआईटीहत्या की जांच करने के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया। एसआईटी टीम उदयपुर पहुंच गई है। इस हत्याकांड की जांच एनआईए भी करेगी। एनआईए की टीम भी आज उदयपुर पहुंचेगी।जांच एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि कन्हैयालाल की हत्या किसी आतंकी हमले की तरह लग रही है। हत्या का लाइव वीडियो बनाया गया। इसके अलावा एक और वीडियो बनाया गया है। जिसमें दोनों आरोपी दावा कर रहे है कि इस्लाम धर्म का अपमान करने के बदले दर्जी कन्हैलाल की हत्या की है। साथ ही उन्होंने एक वीडिया जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी को भी जान से मारने की धमकी दी है। इस सभी कारणों से इस हत्या को आतंकी हमले की नजरिए से भी देखा जा रहा है।
उदयपुर में सुबह के हालातजघन्य हत्या के बाद पूरे उदयपुर में जगह-जगह पुलिस तैनात है। सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा गया है। शांति और सुरक्षा की दृष्टि से पूरे राजस्थान में इंटरनेट बंद है। वीडियो में देखिए कि बर्बरता से दर्जी की हत्या के बाद शहर में चप्पे-चप्पे पर सन्नाटा पसरा है। दावत-ए-इस्लामी से जुड़े तारमीडिया रिपोर्टस में दावा किया जा रहा है कि उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या करने वाले दोनों आरोपी मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद 'दावत-ए-इस्लामी' नाम के संगठन से जुड़े हुए हैं। हत्या के बाद दोनों आरोपी अजमेर दरगाह जियारत के लिए जाने वाले थे।
उदयपुर में नुपुर समर्थक दर्जी की हत्या की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन करवाया है। वहीं मृतक के परिजनों ने हत्या के बाद कुछ मांगें रखी थीं। जिसपर सहमति बनने के बाद कन्हैयालाल का शव मॉर्च्युरी में रखवाया गया। गहलोत सरकार ने पीड़ित परिवार को 31 लाख रुपये का मुआवजा और मृतक के दोनों बेटों को संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया है |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें