शांति समिति की बैठक में टिप्पणी से बचने का दिया सुझाव, अतिक्रमण, आतंकवादियों को पनाह जैसे मामले भी उठे

 

भीलवाड़ा Vijay/Sampat
शांति समिति की बैठक में पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने कहा कि मन में जो है, वह बाहर ले आएं ताकि मन का बोझ हल्का हो जाए और गिला-शिकवा दूर हो सके। वहीं कलेक्टर आशीष मोदी ने आपसी सद्भाव बनाए रखने की अपील की लेकिन शांति समिति के सदस्यों ने बढ़ते अतिक्रमण, गुप्तचर व्यवस्था की नाकामी, यातायात के साथ ही पुराने मामलों को उठाते हुए कार्यशैली पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया है।
जिला कलेक्टर मोदी ने कहा कि उदयपुर में कन्हैयालाल तेली की हत्या जघन्य अपराध है और इस अपराध को करने वाले शहर, जात और देश को नहीं देखते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे आतंकवादी किसी के सगे नहीं हो सकते। उन्होंने सभी धर्मों के लोगों से सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने का आग्रह करते हुए शहर में शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं पुलिस अधीक्षक सिधू ने कहा कि किसी की हत्या कर वीडियो बनाना और खुशी जताना जघन्य है और उदयपुर की घटना दुश्मन देश की शह के बिना नहीं हो सकती। उन्होंने सावचेत करते हुए कहा कि ऐसा कोई काम नहीं करें जिससे दुश्मन देश अपने मकसद में कामयाब हो जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस से जुड़ी जो भी समस्याएं और मामले सामने आए हैं, उनका निस्तारण किया जाएगा और अगली बैठक में उन्हें रखा जाएगा। सिधू ने कहा कि पुर में कब्रिस्तान, सुभाषनगर में मजार तोड़ने जैसे मामले में दूसरे पक्ष के लोगों को फंसाने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसे मामले नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे समाज के प्रति कोई टिप्पणी नहीं करें। उन्होंने कहा कि सभी थाना प्रभारियों को ऐसे मामलों में त्वरित कार्यवाही करनी चाहिए। शहर में मोहल्ला कमेटियों का गठन भी किया जाएगा जिसमें बीट कांस्टेबल, पार्षद और क्षेत्र के आधा दर्जन से ज्यादा लोगों को शामिल किया जाएगा। एसपी ने थानाप्रभारियों से कहा कि वे जुए-सट्टे के खिलाफ कार्रवाई करें और शाम 6 से रात 11 बजे तक फील्ड में रहकार लोगों से सीधा संवाद बनाए रखें।     
कौन थे आतंकवादी...
पुर कस्बे में कुछ साल पहले सूडान के आतंकवादियों ने प्रशिक्षण दिया और उन्हें पनाह दी गई जो बाद में राजसमंद में पकड़े गए लेकिन उदयपुर में किस मकसद से रहे, किसके यहां रहे और किसने पनाह दी, इसका खुलासा आज तक नहीं हो पाया है। यह बात शांति समिति की बैठक में संघ के रविंद्र जाजू ने उठाई और इसका खुलासा करने की मांग की। यही नहीं उन्होंने श्रंग ऋषि आश्रम में संघ के वर्ग कार्यक्रम में चार लोग अपने आप को हिंदू बताकर प्रवेश किया था लेकिन बाद में वे दूसरे संप्रदाय के निकले। इनमें दो नीमच के थे। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि वे इस कार्यक्रम में किसी की हत्या की साजिश के तहत आए थे लेकिन पकड़े गए। इसके बाद भी इस बात की तह तक कोई नहीं गया।
कौन कर रहा बच्चों का ब्रैनवॉश
जाजू ने कहा कि भीलवाड़ा में नाबालिगों के जरिये अपराध तो कराए जा रहे हैं लेकिन उनका ब्रैनवॉश कौन कर रहा है, इसका पता लगाए जाने की जरूरत है। पुलिस बाल अपचारी बताकर उन्हें छोड़ देती है। उन्होंने उदाहरण दिया कि सुंदरकांड पाठ में गड़बड़ी, कोर्ट के पास मारपीट का आरोप लगाने और बाद में मामला झूठा होने, शास्त्रीनगर में हत्या ऐसे ही मामले हैं, पाक जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए लेकिन उसमें भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। इस पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दोनों ही मामलों की जांच एफएसएल में गई हुई है, रिपोर्ट आने पर कार्यवाही की जाएगी।
बिना डंडे के भय के नहीं लगेगा अपराधियों पर अंकुश
ट्रांसपोर्ट व्यवसायी और करणी सेना के विश्वबंधु सिंह राठौड़ ने कहा कि पुलिस और प्रशासन का भय अपराधियों में नहीं रहा है। जब तक डंडे का भय नहीं होगा, अपराधों पर लगाम नहीं लग पाएगी। पुलिस डंडे का भय भुला चुकी है, इसीके चलते वह बैकफुट पर है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिकायतों की अनदेखी की जाती है जबकि उन्हें गंभीरता से लेना चाहिए।
प्रतापनगर पुलिस की तारीफ
गांधीनगर के आबिद कुरैशी ने प्रतापनगर थाना पुलिस की तारीफ की और कहा कि उनके क्षेत्र में दुकानें रात 9.30 बजे बाद बंद हो जाती हैं। विहिप के सुरेश गोयल ने थानाप्रभारी राजेंद्र गोदारा की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है जिसमें थाना क्षेत्र के कई सदस्य हैं। वे उसमें कोई समस्या पोस्ट करते हैं तो उसका तत्काल समाधान हो जाता है। गुडविन मसीह ने इसी पर अपना सुझाव दिया कि ग्रुप में जो टिप्पणियां करते हैं और उससे माहौल बिगड़ता है, ऐसे ग्रुपों और समितियों में क्षेत्र के बीट कांस्टेबल को भी शामिल किया जाना चाहिए ताकि ऐसे मामलों पर रोक लग सके। 
अतिक्रमण का मुद्दा भी उठा
बजरंग दल के विभाग संयोजक गणेश प्रजापत ने अतिक्रमण का मुद्दा उठाते हुए कहा कि शहर के चौराहों-तिराहों और बड़ला चौराहे पर अतिक्रमण किए हुए हैं, उनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। ताकि छोटे-मोटे विवादों का जो कारण बनते हैं, उन प अंकुश लग सके। उन्होंने अभिषेक और सांवर कीर के मामले भी उठाए और कहा कि अभी तक इनमें गिरफ्तारी नहीं हुई है। कुछ अन्य सदस्यों ने भी सर्किलों और रास्तों पर हो रहे अतिक्रमणों को हटाने की मांग रखी। नंदलाल माली ने अतिक्रमण के साथ ही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की बात भी रखी। 
सर्राफा बाजार में पथराव के आरोपियों के नाम गायब
सर्राफा बाजार में कुछ समय पहले कश्मीर की तर्ज पर पथराव किया गया था, जो वीडियो में भी यूट्यूब पर खूब चला लेकिन इस मामले में जो रिपोर्ट दर्ज कराई गई, उन लोगों के नाम तो गायब हो गए। मनीष बहेड़िया ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि यूट्यूब में पत्थर फेंकने वाले दिख रहे हैं लेकिन उनके नाम नदारद है। इसमें निष्पक्ष कार्यवाही होनी चाहिए।   
मोहल्ला कमेटियों का होगा गठन, ग्रामीण क्षेत्रों में भी बनेंगे व्हाट्सएप ग्रुप
शांति समिति की बैठक में उठे मुद्दों पर जवाब देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी ने कहा कि इंटरनेट चालू होने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम स्तरीय व्हाट्सएप ग्रुप बना दिए जाएंगे। इसके निर्देश पीएचक्यू ने भी दिए हैं जबकि शहर के तीन थानों कोतवाली, भीमगंज व सुभाषनगर में भी प्रतापनगर की तर्ज पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाए जाएंगे। 
ये भी उठे मुद्दे
नंदराय के केसर सिंह चौधरी ने कहा कि 40 साल से भी ज्यादा पुराने नंदराय के मंदिर का मामला अभी तक नहीं सुलझा है। उन्होंने नगर विकास न्यास के 40 मामलों का मुद्दा भी उठाया, जिनमें कोई कार्यवाही नहीं हुई है। रामप्रकाश अग्रवाल ने सुझाव दिया कि पत्थरबाजी, हत्या करने वो अपराधियों की उन्हीं के समाज के लोग निंदा करें ताकि ऐसे लोग व उनके परिवार वाले शर्मिंदा हों और अपराधों पर रोक लग सके। उन्होंने गुप्तचर विभाग की नाकामी पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन अपने बारे में भी पता करवाएं कि आम लोगों में उनके प्रति धारणा क्या है। शरीफ मोहम्मद पठान ने कहा कि उदयपुर की घटना की मुस्लिम समाज द्वारा निंदा की गई है। एक अन्य मुद्दा यह भी उठा कि ड्यूटी के दौरान चौराहों-तिराहों पर पुलिसकर्मी मोबाइल पर व्यस्त नजर आते हैं जिस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। बदनौर के एक सदस्य ने कहा कि उनके यहां सांप्रदायिक सद्भाव की परंपरा है और एक-दूसरे के होने वाले कार्यक्रमों में फूल बरसाकर उनका स्वागत किया जाता है। वहीं सीएलजी कमेटियों में युवाओं को जोड़ने की बात भी रखी गई। 

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

मुंडन संस्कार से पहले आई मौत- बेकाबू बोलेरो की टक्कर से पिता-पुत्र की मौत, पत्नी घायल, भादू में शोक

जहाजपुर थाना प्रभारी के पिता ने 2 लाख रुपये लेकर कहा, आप निश्चित होकर ट्रैक्टर चलाओ, मेरा बेटा आपको परेशान नहीं करेगा, शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज