चला राज्यसभा चुनाव में गहलोत का जादू! वसुंधरा की करीबी विधायक ने बिगाड़ा भाजपा का गणित , शाम पांच बजे से शुरू होगी मतगणना
जयपुर। राज्यसभा की चार सीटों के लिए शुक्रवार को हो रहे मतदान के बीच भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाह ने उम्मीदवार कांग्रेस के प्रमोद तिवारी के पक्ष में मतदान कर दिया। शोभा रानी को तिवारी के पक्ष में मतदान करता देख भाजपा चुनाव एजेंट राजेंद्र राठौड़ ने मतपत्र दिखाने के लिए कहा तो कांग्रेस के गोविंद सिंह डोटासरा ने आपत्ति की। इसी तरह भाजपा विधायक सिद्धि कुमारी ने निर्दलीय सुभाष चंद्रा के पक्ष में मतदान करने के बजाय भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी के पक्ष में मतदान कर दिया। जबकि। पार्टी ने उन्हे सुभाष चंद्रा के पक्ष में मतदान करने के लिए कहा था। एक ओर शोभारानी का वोट खारिज हो चुका है। शोभारानी वसुंधरा की करीबी मानी जाती हैं। वहीं बाड़ी विधायक कैलाश मीणा का भी वोट खारिज हो सकता है। ऐसे में भाजपा के जीत का समीकरण बिगड़ गया है। माना जा रहा है कि जादूगर कहे जाने वाले अशोक गहलोत एक बार फिर अपना जादू चलाने में कामयाब हो गए हैं। सिद्दी कुमारी ने दूसरे उम्मीदवार को दिया वोट डोटासरा और राठौड़ के बीच तीखी बहस भाजपा के दो वोट खारिज हो सकते हैं। शोभारानी के साथ विधायक कैलाश मीणा का भी वोट खारिज होने की संभावना है। विधायक कैलाश मीणा के वोट डालने पर विवाद हो गया है। गोविंद सिंह डोटासरा और राजेंद्र राठौड़ के बीच तीखी बहस हुई। कहा जा रहा है कि कैलाश मीणा ज्यादा घूम गए और वोट डोटासरा को दिख गया। उसके बाद जांच विचाराधीन चल रहा है।कांग्रेस के समर्थन में बीटीपी बीटीपी विधायकों ने मतदान करने से पहले बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देंगे।
इंटरनेट सेवा बहाल
कांग्रेस की अंंतिम बस भी विधानसभा पहुंची
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार जीतेंगे । भाजपा के पास वोट नहीं है, लेकिन सुभाष चंद्रा को बेवजह मैदान में उतारा है। उल्लेखनीय है कि 200 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस अपने 108 विधायकों के साथ दो सीटें और भाजपा 71 विधायकों के साथ एक सीट आराम से जीत सकती है। इसके बाद कांग्रेस के पास 26 और भाजपा के पास 30 अधिशेष वोट होंगे। कांग्रेस को अपने तीसरे प्रत्याशी को जिताने के लिए 15 और वोट (कुल 41) चाहिए। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि निर्दलीय और भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायकों को मिलाकर उनके पास कुल 126 विधायकों का समर्थन है।
राजस्थान की 4 राज्यसभा सीटों के लिए मतदान जारी है और आज शाम तक इनका नतीजा आ सकता है। कांग्रेस ने अपने सभी तीन उम्मीदवारों की जीत का भरोसा जताया है, जबकि भाजपा के खाते में एक सीट जाएगी। इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा भी सस्पेंस बढ़ा रहे हैं और कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार के जीतने पर पसोपेश की स्थिति है। हालांकि अशोक गहलोत ने किसी भी तरह के क्राइसिस के मैनेजमेंट का दावा किया है। यही नहीं अशोक गहलोत खुद पार्टी के एजेंट बने हैं, जो यह निगरानी रखेंगे कि किन लोगों ने पार्टी उम्मीदवारों को वोट डाला और किसने नहीं। पायलट गुट को अशोक गहलोत दे रहे बड़ा संदेश कहा जा रहा है कि राज्यसभा चुनाव में इस बैटिंग के जरिए अशोक गहलोत ने अपनी सरकार के समीकरणों को भी साध लिया है। चिंतन शिविर के बाद से ही लगातार यह कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य में बड़े बदलाव कांग्रेस कर सकती है। गहलोत के प्रतिद्वंद्वी सचिन पायलट को सीएम से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक की जिम्मेदारी दिए जाने के कयास लगते रहे हैं। हालांकि अशोक गहलोत ने जिस तरह से राज्यसभा चुनाव से मोर्चा संभाला है, उससे यह संदेश देने में सफल हो सकते हैं कि ज्यादातर विधायक आज भी उनके साथ हैं और सचिन पायलट का कद अभी उनके बराबर का नहीं हुआ है। यही वजह है कि अशोक गहलोत खासे सक्रिय हैं और लगातार यह संदेश दे रहे हैं कि अभी उनका विकल्प पार्टी के पास नहीं है। बसपा के सभी 6 विधायकों ने डाला वोट, गहलोत के साथ पहुंचे राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस और सरकार को लेकर नाराजगी जताने वाले बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायक सबसे पहले मतदान करने वाले विधायकों में रहे। इनमें गुढ़ा भी शामिल हैं, जिन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत के बाद मतदान किया। गुढ़ा ने वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, 'मैं मुख्यमंत्री गहलोत के बाद मतदान करने वाला दूसरा सदस्य था।' सपा से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के काफिले के साथ विधानसभा भवन पहुंचे और मतदान किया। उल्लेखनीय है कि इन विधायकों ने राज्यसभा चुनाव प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस और सरकार को लेकर नाराजगी जताई थी। हालांकि, बाद में वे उदयपुर में पार्टी के कैंप में शामिल हो गए। राजस्थान, हरियाणा और कर्नाटक में क्रांस वोटिंग, भाजपा विधायक ने कांग्रेस उम्मीदवार को दिया वोट
राज्यसभा चुनाव में सबसे ज्यादा उठापटक राजस्थान व हरियाणा में देखी जा रही है। राजस्थान में भाजपा की शोभारानी ने कांग्रेस उम्मीदवार प्रमोद तिवारी को वोट दिया है। उधर कर्नाटक में भी के श्रीनिवास गौड़ा ने कहा कि मैंने कांग्रेस को वोट दिया है क्योंकि मुझे वह पार्टी पसंद है। हरियाणा में कांग्रेस के दो वोट रद हो गए हैं। किरण चौधरी और बीबी बत्रा ने एजेंट के अलावा दूसरे व्यक्ति को वोट दिखाया था। हरियाणा के ही निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने राज्यसभा चुनाव में मतदान नहीं करने का ऐलान किया। इससे कांग्रेस के माकन की राह और मुश्किल हो गई है। सभी विधायक एकजुट और मजबूत: पायलट
राजस्थान कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने दावा किया कि हमारे तीनों उम्मीदवार राज्यसभा में चुनकर जाएंगे और हमारी पार्टी की आवाज़ बनेंगे। पार्टी के सभी विधायक और निर्दलीय भी हमारे साथ हैं। दिक़्कत की कोई आशंका ही नहीं है। सारे विधायक एकजुट और मज़बूत हैं। आज शाम तक पता चल जाएगा कि हमारे सारे उम्मीदवार जीतेंगे |
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