सड़क सप्ताह 4 फरवरी से 

चित्तौड़गढ़ (हलचल) ।  चित्तौड़गढ़ जिले में सड़क सुरक्षा सप्ताह 4 से 10 फरवरी तक मनाया जाएगा।सड़क सुरक्षा के प्रति जनता को जागरूक करना अति आवश्यक है। इसी को ध्यान में रखकर प्रति वर्ष यह सप्ताह मनाया जाता है।


प्रत्येक वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में अनेक लोगों की जान जाती है। यातायात के नियमों का पालन करना, हेलमेट लगाना, नशे में वाहन ना चलाना, बालकों द्वारा बिना लाइसेंस कम उम्र में वाहन ना चलाना, वाहनों में जरूरत से ज्यादा सामान और सवारियां ना भरना, घायलों को सही वक्त पर सहायता पहुंचाना, सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों की सहायता समय पर करना अति आवश्यक है। इस प्रकार से हम सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों की समय पर जान बचा सकते हैं। सड़क दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिवारों में ना सिर्फ व्यक्ति की जान जाती है बल्कि उसके परिवार को असमय अनेक कष्टों का सामना करना पड़ता है।  जिला कलक्टर चेतन देवड़ा की ओर से आमजन को यह अपील की जा रही है कि आमजन ज्यादा से ज्यादा इस सड़क सुरक्षा सप्ताह में प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों और गतिविधियों में भाग लें। इसके अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि सभी स्कूलों, कॉलेजों, कोचिंग सेंटर आदि में अभिभावक व छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाए ताकि कम उम्र में बिना लाइसेंस लिए बालक बालिकाओं द्वारा वाहन चलाने पर रोक लगे। यदि अभिभावक जागरूक होंगे तो वे अपने बच्चों को सही उम्र से पहले वाहन चलाने के लिए रोकेंगे जिससे सड़क दुर्घटना में अवश्य ही कमी आएगी।


इसके अतिरिक्त सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ऑटो व सवारी वाहन चालकों को भी समझाया जाना अति आवश्यक है ताकि वे बीच सड़क में गाड़ी ना रोकें और सही स्थान से सवारियों को बिठायें व छोड़ें। स्कूली बच्चों को बिठाते समय ऑटो चालक सभी बालकों को पर्याप्त बैठने की जगह दें और बिना जगह अधिक सवारियां अपने ऑटो  में ना बिठायें जिससे उसके पलटने की संभावना कम हो और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आये।


सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नशा मुक्ति के प्रति ऑटो चालकों व ट्रक चालकों का जागरूक होना भी अति आवश्यक है। कभी भी वाहन नशे की हालत में ना चलाएं जिससे किसी परिवार के साथ इतना बुरा हादसा हो कि पूरे जीवन भर उसका दुख उठाना पड़े।


सड़क सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन कई कार्यक्रम व गतिविधियां आयोजित करेगा, जनता को भी अपने कर्तव्य व अधिकारों का समन्वय स्थापित करते हुए सड़क सुरक्षा सप्ताह को सफल बनाने में सहयोग करना होगा।


समाज में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास हो जिससे वे यातायात के नियमों का पालन स्वयं करें तब सड़क दुर्घटनाओं में कमी अपने आप आएगी व हम कई परिवारों को बेघर और बेसहारा होने से बचा सकेंगे।


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