श्री कलगीधर बागौर साहिब गुरुद्वारा मे प़काश पर्व मनाया ,भजन कीर्तन व गुरु का लगा लंगर


बागौर  (बरदी चंद बागोर) ।  बागौर मे गुरुद्वारे का निर्माण सिख समुदाय ने अपने गुरू गोविंद सिंह जी महाराज ने दक्षिण की यात्रा सन 1707 ई. मे की , इसी समय गुरु गोविंद सिहं ने बागौर महाराजा के महल मे 17 दिनो तक ठहर कर समय बिताया , बागौर मे रहते समय ही मुगल शाशक आरेंगजेब की मुत्यु के समाचार मिले थे  , आरेगजेब के बेटे बाहदुर शाह जफर ने गुरू गोविंद सिंह से मदद मांगी थी  बागौर मे रहते समय कई ऐतिहासिक निर्णय भी लिए गये ।  ईनके साथ सिख पंथ के महान भाई दया सिंह भाई धरम सिंह , भागों जी , आदि सुरवीर सिख ईनके साथ बागौर महल के राजा के यहाँ शुभकामनाएं दी । ईन सभी तथ्यों का जिक़ डाँ. वीर सिंह ,सोढी तेज सिंह और चुंडामणी कवि संतोष सिंह की ऐतिहासिक पुस्तकों मे विवरण पाया ,एवं बागौर मे  गोविंद सिंह जी ने बिताए 17 दिनो की सम्पूर्ण जानकारी आने वाले जन समुदाय को विस्तार से दि गई ।    बागौर मे गोविंद सिंह की आगमस्थली को मानते हुऐ एक भव्य गुरुद्वारा बनाया गया , ईसके निर्माण के बाद ईस स्थल को सरकार ने पर्यटन स्थल घोषित भी किया हे । हर वर्ष  बहार से आने वाले पर्यटकों मे बढोतरी हो । सिख समुदाय द्वारा   हर वर्ष प़काश पर्व मनाया जाता हे ।  डाँ यसंवत सिहं सुबेदार  नानकपुरा वाले ने बताया की गुरुद्वारा मे रविवार दिन भर भजन किर्तिन , लंगर लेने का मेला लगा रहा ,  सद्दालुऔ को    सिख सेवादारौ ने   हाथोहाथ साफ सफाई की , समारोह मे राजस्थान के अलावा देश के अनेक राज्यो से सिख समुदाय व बागौर गावं के लोगो ने भाग लिया । साथ ही बागौर गुरूद्वारे को रंगीन रोशनी से सजाया गया । प़काश पर्व पर शांति व्यवस्था के लिए बागौर एस. एच. औ छोटु लाल रेगर जाप्ते के साथ मोजूद रहे ।

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