हाई बीपी और डिप्रेशन के लिए कारगर दवा है सर्पगंधा, ऐसे करें दूर

 


लाइफस्टाइल डेस्क। काम का दबाव, परिवार की चिंता, अपर्याप्त नींद और खराब दिनचर्या के चलते लोग तनाव भरी ज़िंदगी जीने के आदी हो गए हैं।  खासकर कोरोना काल में डिप्रेशन के मामले बढ़े हैं। तनाव और अवसाद एक ऐसा मानसिक विकार है जो व्यक्ति को अंदर से तोड़ देता है। इस स्थिति में व्यक्ति काल्पनिक दुनिया में जीने लगता है। व्यक्ति में जीने की चाह खत्म हो जाती है।यह एक ऐसी बीमारी है, जिससे बचाव के लिए व्यक्ति को अंदर से मजबूत होना पड़ता है। अगर आप भी तनाव भरी ज़िंदगी से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो सर्पगंधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। कई शोध में सर्पगंधा को तनाव के लिए कारगर दवा बताया गया है।  अगर आपको सर्पगंधा के बारे में नहीं पता है, तो आइए इसके फायदे जानते हैं-

सर्पगंधा क्या है

सर्पगंधा एक आयुर्वेदिक पौधा है। यह पौधा भारत सहित विश्व के कई अन्य देशों में पाया जाता है। अंग्रेजी में इसे सर्पेंटीन तथा स्नेक रूट कहते हैं। इसकी पत्तियों का रंग हरा और फूल का रंग सफ़ेद होता है। जबकि, जड़ों का रंग भूरा होता है। इसका इस्तेमाल सांप काटने पर दवा के रूप में होता है। अतः इस पौधे को सर्पगंधा कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस पौधे को घर पर लगाने से सांप नहीं आता है। इसमें औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो कई बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। इसके इस्तेमाल से अनिद्रा, हिस्टीरिया और तनाव में आराम मिलता है।researchgate.net पर छपी एक शोध में सर्पगंधा को कई बीमारियों के लिए दवा बताया गया है। खासकर उच्च रक्तचाप और तनाव के लिए रामबाण दवा है। जड़ का अर्क उच्च-रक्तचाप के लिए रामबाण औषधि है। पत्तियों का रस नेत्र ज्योति बढ़ाने में भी सहायक होता है। इस शोध में 47 मरीजों को शामिल किया गया था, जिनकी आयु 51 से 55 वर्ष थी। इनमें 51 फीसदी महिलाएं हाउसवाइफ थी। इन लोगों पर थेरेपी के माध्यम से रक्तचाप को कम करने की कोशिश की गई। इस शोध में शोधकर्ताओं को सफलता मिली है। शोध से खुलासा हुआ है कि सर्पगंधा के अर्क की थेरेपी से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्त दबाव कम करने में मदद मिलती है।

 डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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