राजस्थान में गहराया पेट्रोल- डीजल का संकट, ड्राई होने की कगार पर 2500 पेट्रोल पंप

 


जयपुर, । राजस्थान में पेट्रोल और डीजल की किल्लत शुरू होने लगी है। एचपीसीएल और बीपीसीएल कंपनी के द्वारा पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति रोक देने से प्रदेशभर के तकरीबन 2500 पेट्रोल पंप ड्राई होने की कगार पर पहुंच गए हैं। जबकि कुछ पेट्रोल पंपों पर तेल खत्म हो चुका है। इसे लेकर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी को पत्र भी लिखा गया है। बड़ी वजह यह भी है कि भारत और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कम्पनी की तरफ़ से सप्लाई कम की जा रही है। जानकारी के अनुसार इंडियन आयल कम्पनी राज्य के पूरी सप्लाई दे रही है। पेट्रोलियम कम्पनियों को हो रहा घाटा लगातार बढ़ रहा है और इसकी वजह से दो कम्पनी सप्लाई कम दे रही है।वहीं, तेल की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी घटा दी। वहीं अब राजस्थान में दो तेल कंपनियाें HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम काॅरपाेरेशन लिमिटेड) और BPCL (भारत पेट्रोलियम काॅरपाेरेशन लिमिटेड) ने घाटा कम करने के लिए तेल की राशनिंग शुरू कर दी है। मालूम हो कि कंपनियों के सेल्स ऑफिसर पेट्रोल पंप संचालकों को निर्देश दे रहे हैं कि वर्किंग आवर्स 8 घंटे ही रखें। यानी रात 9 बजे के बाद पेट्रोल-डीजल की बिक्री न करें। तेल की सेल घटाई जाए। जानकारी हो कि कई पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीज़ल उपलब्ध नहीं होने के बोर्ड लगे दिख रहें हैं । क़िल्लत की एक और बड़ी वजह यह है कि क़रीब दो हफ़्ते से रिलायंस और एस्सार के पेट्रोल पंप बंद है। इन दोनों कम्पनियों का राजस्थान में मार्केट शेयर भी है और अब इनके पंप बंद हुए तो इनका भार अन्य कम्पनियों के पेट्रोल पंप पर भी आ गया।जानकारी हो कि हालांकि ये समस्या केवल एचपीसीएल और बीपीसीएल कंपनी में ही देखने को मिल रही है। जबकि आईओसीएल कंपनी की ओर से आपूर्ति लगातार जारी है। इसे लेकर एसोसिएशन की ओर से दोनों कंपनियों को एक पत्र भी लिखा गया था, लेकिन आपूर्ति को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि यदि समय रहते इस समस्या का निदान नहीं किया गया, तो एक समय ऐसा होगा कि प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति को लेकर उपभोक्ताओं में आक्रोश बढ़ जाएगा।

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