खेत पर बने कमरे में बैठा था लेपर्ड, किसान आया सकते में...
राजसमन्द एक किसान की उस समय समय सांसें फूल गई जब वह खेत पर बने कमरे में मोटर को स्टार्ट करने घुसा। किसान ने मोटर का स्विच ऑन किया तो देखा कोने में लेपर्ड दुबक कर बैठा है। इस सूचना पर पहुंचे गांव वालों ने बिना गेट के कमरे को जुगाड़ से कवर किया। इसके बाद वन विभाग की टीम को सूचना दी। वन विभाग की टीम ने जाल लगाकर लेपर्ड को कमरे से बाहर निकाला। लेपर्ड के पिछले पैर के पास बड़ा घाव था। इलाज के लिए उसे पशु चिकित्सालय ले जाने से पहले ही लेपर्ड ने दम तोड़ दिया। घटना राजसमन्द जिले की खटामला ग्राम पंचायत के बागुन्दडा गांव की है। गांव से आधा किलोमीटर दूर किसान ओनार सिंह के खेत पर एक कुआं है। सिंचाई के लिए उसने कुएं पर बनी कोठरी में लगे मोटर के बटन को दबाया तो देखा वहां एक लेपर्ड पड़ा है। लेपर्ड गुर्राया तो किसान भाग गया। लेपर्ड की सूचना किसान ने गांव के सरपंच हिम्मत सिंह को दी। सरपंच गांव वालों के साथ मौके पर पहुंचा। कमरे का टूटा दरवाजा टूटा था। इसे बंद करने के लिए जुगाड़ कर जाल बनाया गया। इसके बाद वनविभाग को लेपर्ड की सूचना दी गई। डीएफओ विनोद कुमार राय के निर्देश पर विभाग की टीम ने लेपर्ड का रेस्क्यू कर बाहर कमरे से बाहर निकाला। लेपर्ड गंभीर अवस्था में घायल मिला। उपचार के लिए वाहन में लाया जा रहा था उससे पहले ही लेपर्ड ने दम तोड़ दिया। डीएफओ विनोद कुमार राय ने बताया कि लेपर्ड करीब 5 वर्ष की उम्र का था। उसके पिछले पैर के पास बड़ा घाव था। जिसमें पस पड़ चुका था। घाव डेढ़ माह पुराना लग रहा था। लेपर्ड इस तकलीफ के चलते सुरक्षित स्थान की खोज में खेत पर बने कमरे तक पहुंचा। डीएफओ ने बताया कि लेपर्ड का वन विभाग की पीपरडा स्थित नर्सरी में पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार कर दिया गया। |
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