मतदान के वक्त पर ही प्रत्याशी नंबर वन, टू और थ्री बताएगी कांग्रेस, बीजेपी असमंजस में !

 


राज्यसभा चुनावों को लेकर पार्टियां और उनके नेता चिंतित है, लेकिन विधायकों में मतदान को लेकर रोमांच की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस के खेमे में शामिल विधायकों को अभी तक यह नहीं मालूम है कि तीनों प्रत्याशियों में से किसको वोट देना है। दरअसल चुनावी रणनीति के तहत इस सस्पेंस को भी बरकरार रखा गया है। सभी विधायकों को मतदान की कतार में ही बताया जाएगा कि प्रत्याशी नंबर वन, टू और थ्री कौन है।

कांग्रेस के बाड़े में मौजूद विधायकों को उम्मीद थी कि बाड़ाबंदी के दौरान मतदान का प्रशिक्षण होगा और उन्हें बता दिया जाएगा कि उन्हें किस प्रत्याशी को वोट देना है। सात दिनों में इस बात पर चर्चा नहीं हुई, लेकिन तीनों प्रत्याशी बाड़े में सभी विधायकों के साथ वन-टू-वन करते रहे। बताया जा रहा है कि इन प्रत्याशियों को भी इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं है कि वोटिंग में उनका नंबर कौन सा है? कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक जयपुर पहुंचने के बाद ही विधायकों को मतदान की रिहर्सल करवाई जाएगी। इसके बाद जब वे मतदान के लिए पहुंचेंगे, तभी उन्हें यह बताया जाएगा कि प्रत्याशी नंबर वन, टू और थ्री कौन होगा?

यह है राज्यसभा की सीटों का गणित
चुनावों की गणित के हिसाब से राजस्थान में राज्यसभा चुनावों में खड़े हर प्रत्याशी को 41 विधायकों के वोट की जरूरत है। ऐसे में कांग्रेस के दो प्रत्याशियों को पार्टी विधायकों के वोट मिल जाएंगे। बसपा के मर्ज होने के बाद कांग्रेस के 108 विधायक हैं। ऐसे में नंबर वन और टू प्रत्याशी को 41-41 विधायकों के मत मिल जाएंगे। तीसरे प्रत्याशी के लिए कांग्रेस के पास पार्टी के 26 ही विधायक बचेंगे। बाकी 15 विधायक निर्दलीय, माकपा व अन्य दल से होंगे। हालांकि कांग्रेस खेमे संख्या बल की फिलहाल कोई कमी नहीं दिख रही है। भाजपा को 11 अन्य विधायकों की जरूरत होगी। भाजपा के पास संख्या बल को लेकर असमंजस की स्थिति है।

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