शाहपुरा बाईपास को लेकर तहनाल गेट के वाशिंदों ने दिया ज्ञापन

 


बाईपास को बिलानाम से चरागाह में दर्ज करने से लोगों में आक्रोश 
शाहपुरा-मूलचन्द पेसवानी 

शाहपुरा नगर पालिका क्षेत्र में तहनाल गेट को आसींद रोड़ से जोड़ने वाले बाईपास का निर्माण व डामरीकरण कराने की मांग को लेकर तहनाल गेट के जनप्रतिनिधियों व लोगों ने सोमवार को उपखंड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद उपखंड अधिकारी को राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन दिया गया। इन प्रदर्शन करने वालों में इस बात का भी आक्रोश था कि लोकतंत्र में राजतंत्र के प्रभाव से बाईपास सड़क को बिलानाम से चरागाह में दर्ज करा दिया गया है।
भाजपा के नगर महामंत्री मोहनलाल रेगर, क्षेत्रीय पार्षद स्वराजसिंह, अशोक छीपा, पूर्व पार्षद भगवानसिंह यादव व विहिप के जिला मंत्री एडवोकेट कैलाश धाकड़ की अगुवाई में तहनाल गेट के वाशिंदों ने राज्यपाल के नाम पर ज्ञापन देकर तहनाल गेट को आसींद रोड़ से जोड़ने वाले बाईपास का निर्माण व डामरीकरण कराने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि पिछले तीन दशक से इस बाईपास का उपयोग हो रहा है। अब तहनाल गेट के अलावा अन्य बस्तियों व ग्रामीण क्षेत्र के लोगों द्वारा भी इसका उपयोग किया जा रहा है तथा लोगों को इससे गुजरने से पांच किमी की दूरी की बचत होती है। इस बार नगर पालिका की ओर से इस बाईपास पर डामरीकरण का कार्य कराया जाना प्रस्तावित किया गया है। इस बाईपास का उपयोग स्थानीय प्रशासन द्वारा फूलडोल महोत्सव के दौरान प्रतिवर्ष पांच दिनों तक स्थायी रूप् से किया जाता है। इस मार्ग पर स्कूल व धार्मिक स्थल होने के कारण वर्तमान में धूल व मिट्टी उड़ने के कारण विद्यार्थियों तथा तहनाल गेट रेगर बस्ती सहित अन्य बस्तियों के लोगों को भारी असुविधा के अलावा बिमारियों से जुझना पड़ रहा है। सभी लोगों ने इस बाईपास पर अविलंब डामरीकरण कराने की मांग रखी।
ज्ञापन देने के समय उपखंड अधिकारी सुनिता यादव द्वारा जब यह कहा गया कि यह बाईपास वर्तमान में चरागाह में दर्ज हो चुका है। इसलिए चरागाह में कोई डामरीकरण नहीं होने दिया जायेगा। इस पर ज्ञापन देने वालों में आक्रोश व्याप्त हो गया तथा शाहपुरा राजपरिवार के खिलाफ नारेबाजी होने लगी। इन लोगों का कहना था कि केवल राजपरिवार के दबाव में प्रशासन ने बाईपास को बिलानाम से चरागाह में दर्ज कर लिया है जबकि पूर्व में यह आम रोड़ के रूप् में दर्ज कर दिया गया था फिर अब चरागाह में किसने व किसके कहने पर किया। 
उल्लेखनीय है कि इस बाईपास को लेकर लंबे समय से शाहपुरा में राजनीति का खेल चल रहा है। बाईपास शाहपुरा के हित में होने के बाद भी स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रभावशाली लोगों के दबाव में आकर बार बार अपना स्टेंड बदलने से लोगों में आक्रोश व्याप्त होता जा रहा है। नगर पालिका अध्यक्ष रघुनदंन सोनी का कहना है कि यह बाईपास बरसों से चल रहा है। वाहनों की आवाजाही दिन भर रहती है। प्रशासनिक स्वीकृति से इस पर कार्य भी कराया गया है। पिवणिया तालाब में इस बाईपास से पानी की आवकों पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। बारिश के पानी आने के सभी रास्ते खुले है फिर भी प्रशासन डामकरीकरण कराने के कार्य में बाधक बना है। उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलने पर ही डामकरीकरण का कार्य कराया जा सकेगा।

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