सहायक वनपाल व महिला पर हमले के बाद जंगल में ट्रैकिंग, पगमार्क मिले, ग्रामीण अब भी दहशत में

 


 भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल।  जिले के जबरकिया गांव में मंगलवार को पैंथर के दस्तक देकर एक महिला व वन विभाग के सहायक वनपाल पर हमले को लेकर आस-पास के ग्रामीण अब भी दहशत में हैं। दूसरे दिन पैंथर नजर नहीं  आया, लेकिन उसके गांव से बाहर निकलने के पगमार्क जरुर मिले हैं। वन विभाग की टीम जबरकिया व आस-पास जंगल में पैंथर की मूवमेंट को टटोल रहा है।
 
गंगापुर रैंजर धीरेंद्र सिंह ने बीएचएन को बताया कि जबरकिया गांव की 50 साल महिला नौसर पत्नी नंदलाल जाट पर मंगलवार दोपहर  खेत पर बाजरा काटने के दौरान पैंथर ने हमला कर दिया था। हमले की खबर से दहशत फैल गई। वन और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ड्रॉन से खेत में पैंथर की तलाश करवाई, लेकिन वह दिखाई नहीं दिया। इसके बाद सहायक वनपाल नारायण सिंह के नेतृत्व में पैंथर की तलाश शुरु की गई। इस दौरान पैंथर ने सहायक वन पाल सिंह पर भी हमला कर दिया था। इसके बाद पैंथर वहां से भाग निकला। देर रात तक वन विभाग पैंथर की लोकेशन ढूंढता रहा लेकिन कोई पता नहीं लगा।

दूसरे दिन गुरुवार सुबह से ही वन विभाग की टीम जबरकिया व आस-पास के इलाके में पैंथर की निगरानी रखे हुये थी। इस दौरान टीम को पैंथर के गांव से बाहर निकलने के पगमार्क मिले। ऐसे में माना जा रहा है कि पैंथर गांव से निकल चुका है। टीम अभी गांव में ही डेरा डाले हुये है।  

गांव में पटाखे छुड़वाये
रैंजर धीरेंद्र सिंह ने बीएचएन को बताया कि वन टीम अभी इस बात पर पूरी तरह विश्वास नहीं कर रही है कि पैंथर गांव से बाहर निकल गया। यह पैंथर किसी और ग्रामीण या पशुधन को नुकसान नहीं पहुंचाये। इसके लिए वन विभाग टीम ने गांव व आस-पास के क्षेत्र में पटाखे छुड़वाये हैं, ताकि पैंथर आस-पा छिपा हो तो भी वह गांव में नहीं घुसे। वहां से निकल जाये। 

वनकर्मी जंगल में कर रहे ट्रैकिंग
सिंह  ने बताया कि महिला व सहायक वनपाल पर पैंथर के हमले के बाद से ही वन टीम अलर्ट मोड पर है। उन्होंने बताया कि जबरकिया गांव, आस-पास व जंगल में चारों तरफ ट्रैकिंग की गई, लेकिन पैंथर नहीं मिला।   

लोकेशन पता चलने पर लगायेंगे पिंजरा
पैंथर की सही लोकेशन मिलने पर पिंजरा भी लगाया जायेगा। अभी पैंथर की लोकेशन नहीं मिली है। फिल्हाल वन टीम ट्रेकिंग कर रही है।  

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