लुटेरी दुल्हन का फर्जी पिता अब आया गिरफ्त में, चार आरोपित पहले चढ़ चुके हैं पुलिस के हत्थे

 



 भीलवाड़ा प्रेमकुमार गढ़वाल। एक ग्रामीण को जाल में फांसकर उससे 2 लाख 40 हजार रुपये व गहने लेने के बाद शादी करने और एक सप्ताह के भीतर घर से गहने लेकर रफूचक्कर होने वाली लुटेरी दुल्हन का फर्जी पिता कालूसिंह राव राजपूत भी आखिरी आरोपित के रुप में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। बता दें कि मामले में फर्जी दुल्हन सहित चार आरोपित पहले गिरफ्तार हो चुके हैं। 
रायपुर पुलिस ने बीएचएन को बताया कि जिले के खेमाणा गांव के निवासी लक्ष्मण लाल पुत्र छोगा लाल बैरवा के पत्नी नहीं थी। उसे पत्नी की आवश्यकता थी। इसके चलते मोहनी पत्नी लक्ष्मण बैरवा निवासी कलालवाटी, कालू सिंह पुत्र नवलसिंह राव राजपूत निवासी आत्मा कुंवारिया और मांगीलाल पुत्र हेमराज बैरवा अरनिया ने लक्ष्मण से मुलाकात कर जाल में फंसाया। इन लोगों ने उसे सुगना उर्फ कन्या पुत्री भोजराज बलाई को दिखाकर उससे नाता विवाह करने की बात कही।  लक्ष्मण इनके झांसे में आ गया। उसने 2 लाख 40 हजार रुपये इन आरोपितों को  दे दिये और सुगना उर्फ कन्या को गहने भी चढ़ा दिये। 
इसके बाद कन्या लक्ष्मण के घर बतौर पत्नी रहने लगी। करीब सात दिन बाद लक्ष्मण के घर ये ये सभी चार आरोपित आये और घर में कार्यक्रम होने की बात कहकर कन्या को ले जाने की इच्छा जाहिर की। इनके षड्यंत्र से अनजान लक्ष्मण ने कन्या को इनके साथ भेज दिया। कन्या, लक्ष्मण के घर से सोने का मांदलिया, बाली, पावली, पायजैब और अंगूठियां आदि गहने ले गई। इसके बाद ये लौटकर नहीं आई। इसके चलते पीडि़त लक्ष्मण लाल बैरवा ने 23 फरवरी 2021 को रायपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई थी। पुलिस का कहना है कि आरोपित कालू सिंह लड़की का पिता और मोहनी मां बनी थी। शेष आरोपित अन्य रिश्तेदार बने। वहीं लड़की को भिंडर निवासी बताकर यह नाता विवाह करवाया था, जबकि लड़की भीलवाड़ा जिले की रहने वाली है। इस मामले में चार आरोपित पहले गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि अंतिम आरोपित और लड़की का कथित पिता कालूसिंह पुत्र नवलसिंह राव राजपूत निवासी आत्मा कुंवारिया, थाना केलवा को पुलिस ने अब गिरफ्तार किया है। 

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