इम्यूनिटी बढ़ाना चाहते हैं तो रोज़ ताली बजाए, जानिए क्लैपिंग थेरेपी के 5 फायदे

 

 लाइफस्टाइल डेस्क। जब भी हम खुश होते हैं तो हस बोल कर या फिर तालियां बजा कर अपनी खुशी का इज़हार करते हैं। किसी भी खुशी के मौके पर अपनी खुशी को इज़हार करने का सबसे बेहतरीन माध्यम ताली बजाना है। हम बेशक ताली बजाकर अपनी खुशी का इज़हार करते हैं लेकिन आप जानते हैं इसके सेहत के लिए भी फायदे हैं। ताली बजाना जिसे मेडिकल भाषा में क्लैपिंग थैरेपी भी कहते हैं। यह थैरेपी भारत में एक परंपरा बन गई है जो भजन, कीर्तन, मंत्रोपचार और आरती के समय हजारों सालों से चलती आ रही है। आप जानते हैं कि रोजाना कुछ मिनट के लिए ताली बजाने से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। क्लैपिंग थेरेपी ना सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है बल्कि आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है।

वैज्ञानिक दृष्टि से क्लैपिंग थैरेपी के फायदे

एक्यूप्रेशर के प्राचीन विज्ञान के मुताबिक शरीर के मुख्य अंगों के दबाव केन्द्र पैरों और हथेलियों के तलवों पर हैं। अगर इन दबाव केन्द्रों की मालिश की जाए तो यह कई बीमारियों से राहत दे सकते हैं जो हमारी बॉडी के कई अंगों को प्रभावित करते हैं। इन दबाव केन्द्रों को दबाकर, रक्त और ऑक्सीजन के संचार को अंगों में बेहतर तरीके से पहुंचाया जा सकता है। कुछ देर ताली बजा कर आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। आइए जानते हैं ताली बजाने के कौन-कौन से फायदे होते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी:

आपने पार्क में सुबह-सुबह लोगों को ताली बजाते हुए तो जरूर देखा होगा। ताली बजाने से पॉजिटिव सिग्नल दिमाग में जाते हैं जिससे आप का स्ट्रेस कम होता है और आप रिलैक्स महसूस करते हैं। हैप्पी हार्मोन के लिए बहुत ज़रूरी है ताली बजाना।

दिल की सेहत भी दुरुस्त रहेगी:

हमारे हाथों में 29 एक्यूप्रेशर पॉइंट्स होते हैं, ताली बजाते वक्त इन सभी एक्यूप्रेशर पॉइंट्स पर दबाव पड़ता है जिससे शरीर के सभी अंगों में ऊर्जा का प्रवाह होता है और ताजगी मिलती है। ताली बजाने से ब्लड सर्कुलेशन तेज़ होता है, इससे हार्ट की कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। साथ ही सांस की समस्या भी इससे कम हो सकती है।

इम्यूनिटी इंप्रूव होती है:

ताली बजाने से आपकी बॉडी में सफेद ब्लड सेल्स बढ़ते हैं और साथ में आप की इम्यूनिटी भी बढ़ती है। अगर आप अक्सर इन्फेक्शन की चपेट में आ जाते हैं तो मुमकिन है कि आपकी इम्यूनिटी ठीक नहीं है।

बच्चों की याददाश्त बढ़ती है:

ताली बजाने से बच्चों की याददाश्त में बढ़ोतरी होती है। बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है साथ ही उनकी हैंडराइटिंग भी इससे सुधरती है।

हड्डियों के लिये भी है जरूरी:

अगर आपको अक्सर पीठ दर्द की शिकायत रहती है तो आपको एक बार क्लैपिंग थेरेपी ज़रूर करनी चाहिए। इससे आपको आराम मिलेगा और आप नॉर्मल जिंदगी जी पाएंगे।

पाचन को ठीक रखती है:

जोर-जोर से ताली बजाने से आपका पाचन दुरुस्त रहता है। खाने की गलत आदतों से कब्ज की समस्या हो सकती है। ऐसे में ताली बजाने से इस समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।  

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