डूंगरी पहाड़ी देवनारायण मन्दिर में हुई पूजा-अर्चना
भीलवाड़ा (प्रहलाद तेली) भादवी छठ के अवसर पर आज भीलवाड़ा शहर के समीप स्मृति वन के पास स्थित देव डूंगरी पहाड़ी पर बने देवनारायण मन्दिर में विशेष पूजा अर्चना की गयी। यह मन्दिर अतिप्राचीन है और यहां पर आज भी उस समय के शिलालेख और फड पेन्टिंग मौजूद है। लोक मान्यता है कि भगवान देवनाराण अपने बचपन में ननिहाल जाते वक्त यहीं रुके थे। इस दौरान घोड़े की पूजा करके मन्दिर पर झण्डा भी चढ़ाया गया। इस पहाडी से भीलवाड़ा शहर और हरणी महादेव क्षेत्र का विंहगम दृश्य दिखायी देता है।
मन्दिर के पुजारी किशन लाल सालवी ने कहा कि भगवान देवनारायण जब अपने ननिहाल जा रहे थे तब वह यहां पर रुके थे। इसी कारण यहां पर सैंकडों वर्ष पूर्व यह मन्दिर बनाया गया था। मन्दिर में देवनारायण भगवान की लीलाओं के ऊपर एक फड़ चित्र भी दिवारों पर बनाये गये हैं। मन्दिर में एक प्राचीन शिलालेख भी है लेकिन पुरानी लिखावट होने के कारण इसे कोई पढ़ नहीं पाया है।
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