समाज में व्याप्त छुआछूत को दूर करनेे की जरूरत - बारेठ


भीलवाड़ा (हलचल) । बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 130 वी जयंती पर समरस मित्र परिषद भीलवाड़ा द्वारा सुभाष नगर स्थित जीनगर समाज के सभागार में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम राजेश जीनगर द्वारा भीम वंदना से कार्यक्रम शुरू हुआ। विचार गोष्ठी में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए अखिल राजस्थान अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव दुर्गालाल बारेठ ने कहा कि समाज में आज भी छुआछूत व्याप्त है जिससे जिला प्रशासन व ग्राम पंचायतों को मिलकर प्राथमिकता से दूर करना चाहिए। बारेठ ने कहा कि रोस्टर पूर्ववत करते हुए पहला पद अनुसूचित जाति और तीसरा पद जनजाति का होना चाहिए । सामान्य शब्द में नौकरियों में सभी जातियों को शामिल किया जाना चाहिए। समारोह की अध्यक्षता करते हुए समरस मित्र परिषद के अध्यक्ष रामसिंह मीणा ने कहा कि बाबा साहब का संघर्ष अभी भी चल रहा है । सरकारें अनुसूचित जाति जनजाति के हितों की रक्षा करें। समारोह के विशिष्ट अतिथि समरस मित्र परिषद के संरक्षक गोपाल जीनगर ने कहा कि हमें अपने कार्य से अपनी लाइन को बड़ी करके आगे बढ़ना चाहिए। अपने वर्ग का विशेष ध्यान रखते हुए सेवा करनी चाहिए । समारोह के प्रमुख वक्ता अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग के जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश मारू ने कहा कि जब किसी को खून की आवश्यकता होती है तो कोई जाति पाती धर्म नहीं देखा जाता परंतु जीमणवार के समय अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग को अलग लाइनों में बिठाया जाता है । बाबा साहब ने अंग्रेजों का ड्रेस कोड अपनाया। मारू ने कहा कि बाबा साहब की पीड़ा को शिक्षक वर्ग दूर करके ही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। विचार गोष्ठी को अनिल मोहनपुरिया, मोहनलाल कोली , डॉ रामेश्वरप्रसाद जीनगर, डॉ विनोद जीनगर, गौरीशंकर भांबी, शंकरलाल धोबी,  जगदीश चंद्र, ओम प्रकाश जीनगर ने संबोधित किया । कार्यक्रम का सफल संयोजन समरस मित्र परिषद के सचिव नरेश जादरा ने किया ।

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