स्किन प्रॉब्लम्स दूर रखने के साथ ही इम्यून सिस्टम को भी दुरुस्त रखता है बीटा कैरोटिन


अपनी सेहत के प्रति सचेत रहने वाले लोगों के मन में अकसर यह सवाल उठता है कि हमारे शरीर के लिए कौन से पोषक तत्व जरूरी हैं। बीटा कैरोटीन भी एक ऐसा पोषक तत्व है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ आंखों और त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद साबित होता है।

क्या हैं प्रमुख स्त्रोत

दरअसल बीटा कैरोटीन विटामिन ए का प्रोविटमिन यानी उसका शुरुआती रूप है। इसे केवल फलों और सब्जियों के माध्यम में प्राप्त किया जा सकता है। पीले या नारंगी रंग के फलों जैसे, गाजर, सेब, संतरा, पके आम और पपीते के अलावा हरी पत्तेदार सब्जियों में भी भरपूर मात्रा में बीटा कैरोटीन पाया जाता है। इसलिए बच्चों में शुरू से ही हर तरह के फल और हरी सब्जियां खाने की आदत विकसित करनी चाहिए। शाकाहारी लोगों की फूड हैबिट में ये चीज़ें सहजता से शामिल होती हैं, लेकिन नॉनवेज खाने वाले कुछ लोग इस मामले में थोड़े लापरवाह हो जाते हैं। इसलिए उन्हें भी सचेत ढंग से फलों, सब्जियों और सैलेड का सेवन करना चाहिए।

कैसे होता है मददगार

बीटा कैरोटीन में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार होते हैं। यह शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स से बचाव में मददगार होता है। यह आंखों की दृष्टि के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसकी कमी की वजह से बच्चों में नाइट ब्लाइंडनेस की समस्या हो सकती है। बीटा कैरोटीन युक्त फलों और सब्जियों का नियमित सेवन ब्लड प्रेशर को संतुलित रखता है और यह दिल की बीमारियों से भी बचाव करता है। साथ ही विटमिन-सी और ई के साथ मिलकर यह कैंसर की रोकथाम में भी मददगार होता है। विटमिन ए का प्रोविटमिन होने की वजह से बीटा कैरोटीन त्वचा को सनबर्न, सिरोसिस और विटलिगो जैसी समस्याओं से भी बचाता है। आमतौर पर स्वस्थ खानपान से शरीर को पर्याप्त मात्रा में बीटा कैरोटीन मिल जाता है, वैसे तो यह सप्लीमेंट के रूप में भी उपलब्ध होता है, लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना आप इसका सेवन न करें। बेहतर यही होगा कि भरपूर मात्रा में पीले-नारंगी रंग के फलों और सब्जियों का सेवन करें और स्वस्थ रहें।

किसे है कितनी जरूरत

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा जारी किए गए गाइड लाइंस के अनुसार सामान्य स्वस्थ वयस्कों को रोजाना 4,800 माइक्रोग्राम बीटा कैरोटीन की जरूरत होती है। इसके अलावा गर्भावस्था में 6,400 माइक्रोग्राम और लैक्टेशन पीरियड के दौरान स्त्रियों को 7,600 माइक्रोग्राम की आवश्यकता होती है। 6-12 साल के बच्चों के लिए 2,000 से 2,100 माइक्रोग्राम बीटा कैरोटीन की जरूरत होती है। इसका 50 प्रतिशत हिस्सा विटमिन ए में तब्दील हो जाता है। संतुलित भोजन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में बीटा कैरोटीन मिल जाता है और इसके लिए अलग से विटमिन सप्लीमेंट लेने की जरूरत नहीं होती। ध्यान रहे कि संतुलित आहार में रोटी-चावल, दाल, मिल्क प्रोडक्ट्स, फल और हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल होती हैं। 

(डॉ. नमिता नाडर, हेड न्यूट्रिशनिस्ट, फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा से बातचीत पर आधारित)

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