यह कैसा राजस्व विभाग: नहीं मिलता पटवारी, लोग आते हैं, इंतजार करते हैं और सिस्टम को कोसते हुए मायूस लौट जाते हैं

 


भीलवाड़ा जमनालाल तेली.
केंद्र व राज्य सरकार ने लोगों के कल्याण के लिए कई योजनाएं चला रखी हैं। इसमें से अधिकतर योजनाएं राजस्व विभाग द्वारा संचालित होती हैं। जाति प्रमाणपत्र हो या राशनकार्ड का काम, लोगों को पटवारी के पास ही आना पड़ता है लेकिन भीलवाड़ा के पटवार भवन पर पटवारी का मिलना तो दूर रहा, उसके कमरे का ताला तक नहीं खुलता। लोग आते हैं, इंतजार करते हैं और सिस्टम को कोसते हुए मायूस होकर लौट जाते हैं।
बुधवार को भी पटवार भवन के कमोबेश यही हालात रहे। पटवार भवन पर ताला लटका है जो कई दिनों से नहीं खुला क्योंकि पटवारी आता ही नहीं। ओम तेली जाति प्रमाणपत्र के लिए कई दिनों से चक्कर काट रहा है लेकिन पटवारी के नहीं मिलने से उसका काम नहीं हो पा रहा है। उसका कहना है कि उसे सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए जाति प्रमाणपत्र की जरूरत है और जब तक पटवारी के साइन नहीं होंगे, उसे प्रमाणपत्र नहीं मिलेगा और न ही सरकारी योजना का लाभ।
प्राइवेट जॉब करने वाले पन्नालाल जोशी ने बताया कि उसे राशनकार्ड पर पटवारी के साइन करवाने हैं लेकिन यहां तो ताला लगा है। ऐसा नहीं है कि वो पहली बार यहां आया है। इससे पहले भी वह दसियों बार आ चुका है और हमेशा ताला लगा मिलता है। बार-बार प्राइवेट जॉब पर लेट जाना अच्छा नहीं लगता लेकिन क्या करें, सरकारी तंत्र है और भगवान भरोसे चल रहा है।
गेहूं के आवेदन लेकर पटवार भवन आई एंटी करप्शन महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष जयश्री मनवानी ने बताया कि यहां काफी लोग मौजूद हैं जो पटवारी के इंतजार में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि फोन करने पर पटवारी आधा-एक घंटे में आने की बात कहते हैं लेकिन आते नहीं। कभी कहते हैं कि मीटिंग में है, बाद में आना। ऐसे में लोगों को गर्मी के मौसम में परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां कई महिलाएं भी आती हैं जिनके साथ बच्चे भी होते हैं। ऐसे में उन्हें और भी परेशानी होती है।
पटवारी का फोन स्विचऑफ
इस संबंध में बात करने के लिए पटवार भवन के बाहर लिखे पटवारी के नंबर पर कॉल किया गया तो फोन स्विचऑफ मिला। ऐसे में कहा जा सकता है कि मांडल विधायक रामलाल जाट के राजस्व मंत्री बनने के बाद भी भीलवाड़ा के लोगों को राजस्व विभाग से संबंधित कार्य के लिए परेशान होना पड़ रहा है।

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