कानों में आ रही है सीटी बजने की आवाज़, तो करें नज़रअंदाज़! हो सकता है कोविड का लक्षण
लाइफस्टाइल डेस्क। वैज्ञानिक लगातार कोविड-19 के लंबे समय तक रहने वाले प्रभावों के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा जानने की कोशिश कर रहे हैं, ऐसे में टिनाइटस उनकी कोविड के लंबे समय तक रहने वाले लक्षणों की लिस्ट में शामिल हो गया है। अक्सर इसे "कान बजने" के रूप में जाना जाता है, टिनाइटस कानों में उस वक्त आवाज़ आती है, जब असल में बाहरी शोर मौजूद नहीं होता है। टिनाइटस के साथ रहने वाले लाखों लोग बताते हैं कि उन्हें कानों में भनभनाहट, फुसफुसाना, सीटी बजना, झपट्टा मारने, क्लिक करने और दुर्लभ मामलों में संगीत सुनाई देता है। अमेरिकन टिनिटस एसोसिएशन (एटीए) की बोर्ड सदस्य, ऑडियोलॉजिस्ट, जूली प्रुट्समैन का कहना है, "लगातार और निरंतर टिनाइटस जीवन की गुणवत्ता को कई तरह से प्रभावित कर सकता है। यह एकाग्रता, सुनाई देने, नींद और किसी व्यक्ति के मूड में भी हस्तक्षेप कर सकता है। चिकित्सकीय रूप से टिनाइटस के रोगी एक दुष्चक्र में फंस सकते हैं, जहां उनकी सहानुभूति और पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र संतुलन से बाहर हो जाते हैं, जिससे चिंता, अवसाद और नींद की कमी हो सकती है।" कोविड-19 और टनाइटस में लिंक इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित 2021 में हुए एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि कोविड-19 से पीड़ित लगभग 15 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्हें टनाइटस था, अक्सर शुरुआती संक्रमण के दौरान। प्रूट्समैन जैसी ऑडियोलॉजिस्ट को रोगियों ने बताया है कि उन्होंने कोविड-19 होने के बाद सुनाई देने और टनाइटस में बदलाव का अनुभव किया है। प्रुट्समैन ने कहा कि लगभग सभी वायरस मेजबान कोशिकाओं के लिए एक भड़काऊ प्रतिक्रिया का कारण बनते हैं, जो शरीर में कई प्रणालियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह संभव है, हालांकि पूरी तरह से कहना अभी जल्दबाजी होगी, कि कोविड-19 मस्तिष्क में आंतरिक कान, श्रवण तंत्रिका, या श्रवण प्रांतस्था में परिवर्तन पैदा कर रहा है, जो टनाइटस में योगदान दे रहा है। क्या टनाइटिस का इलाज संभव है? टनाइटस के लिए इस वक्त कोई इलाज मौजूद नहीं है, हालांकि, इसे मैनेज किया जा सकता है। टनाइटस मधुमेह की तरह ही है, इसे भी एक पॉइंट तक मैनेज किया जा सकता है, जहां यह लगातार कई तरह की आवाजों परेशान न करें, जिससे नींद न आना या भावनात्मक संकट पैदा न हो। टनाइटिस का इलाज हर व्यक्ति में अलग तरह से होता है, यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह बीमारी एक व्यक्ति को कितना परेशान कर रही है। जिन लोगों को यह बीमारी कभी-कभी परेशान करती है, वे इससे अपने दिमाग़ को भटकाने के लिए कई तरह के टूल्स या उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे कि पसंद की किसी चीज़ पर दिल लगाना। कई लोगों को टनाइटस रात में सोते वक्त परेशान करता है, ऐसे में यह लोग किसी ऐसी ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें समुद्र या फिर बारिश की आवाज़ सुनाई दे। इससे आपको नींद आने में मदद मिलेगी। Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। |
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